हरिद्वार। पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज द्वारा लाॅकडाउन के कारण परेशानियों में घिरे गरीब, मजदूर, प्रवासियों की मदद के लिए चलाया जा रहा सेवा अभियान 51वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को बाबा बंशी वाले महाराज ने श्री राधा कृष्ण धाम पहुंचकर स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि परेशानियों में घिरे गरीब, असहाय लोगों की मदद के लिए सेवा प्रकल्पों के माध्यम से निरंतर अन्न क्षेत्र चलाकर स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज निर्धन परिवारों की मदद में उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। सभी को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन को सफल बनाने में संत समाज का अहम योगदान रहा है। लाॅकडाउन घोषित होने के बाद से ही संत समाज द्वारा लगातार भोजन वितरण के साथ साथ खाद्य सामग्री भी वितरित की जा रही है। जिससे गरीब परिवारों को बेहद सहारा मिला है। स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि इक्यावन दिन से निरंतर चल रहा सेवा अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिदिन हजारों लोगों को भोजन व राशन वितरण के इस सेवा अभियान में उन्हें बाबा बंशी वाले महाराज, स्वामी हरिचेतनानंद, स्वामी महेश पुरी, स्वामी शिवानन्द, ऋषि रामकृष्ण महाराज स्वामी विद्यानन्द, स्वामी कमलानन्द आदि संतों के अलावा आश्रम के ट्रस्टियों, भक्तों, मुकुन्द हरि, ओमप्रकाश जमदग्नि, देवेंद्र गोयल, सुभाष महेश्वरी, बलराम कपूर, आर्किटेक्ट पप्पू मौर्य, सुभाष कपिल, गुलशन नैय्यर, अरविन्द शर्मा, प्रमोद शर्मा, पहाड़ी महासभा आदि सहित कई सामाजिक संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिला है। नीरव साहू, नितिन तेश्वर, रमन थापा, नितिन यादव, आकाश भाटी, रमन थापा, पार्षद महावीर वशिष्ठ, सेवा अभियान को गति देने में जुटे हुए हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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