हरिद्वार। कृषि बिल वापस लिए जाने की मांग को लेकर किए जा रहे किसान आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन समन्वय समिति ने शिवालिक नगर चैक पर प्रदर्शन कर धरना दिया। समिति में इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू आदि संगठन शामिल हैं। धरने में सीटू के जिला अध्यक्ष पीडी बलूनी ने कहा कि संसद से जल्दबाजी में पारित किए गए कृषि बिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रावधान किया जाए। खाद्य वस्तुओं की जमाखोरी और काला बाजारी न बढ़े। इसके लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम में किए गए बदलावों को वापस लिया जाए। एटक के जिला अध्यक्ष मुनरिका यादव ने कहा कि ठेका खेती को लेकर उठे विवाद के निस्तारण के लिए न्यायालय में जाने के अधिकार को बहाल किया जाए। राज्य सभा में विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों को बिल में समायोजित किया जाए। कृषि बिलों में किए गए किसान विरोधी सभी प्रावधानों को तत्काल वापस लिया जाए। भेल के श्रमिक नेता राजबीर चैहान कहा कि केंद्र सरकार बड़े उद्योगपतियों के इशारे पर देश के मजदूर और किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में आनन फानन में पारित किए गए कृषि विधेयक के लागू होने पर किसानों, मजदूरों की हालत और खराब हो जाएगी। बिल का एकजुट होकर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए राष्ट्रपति से बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने की अपील भी की। प्रदर्शन करने वालों में प्रेमचंद सीमरा, मुकेश धीमान, मनीष सिंह, राधेश्याम, नवीन कुमार, योगेंद्र राम, रणवीर सिंह, आशुतोष योगेंद्र सिंह, नरेश कुमार, सौरभ त्यागी, संदीप चैधरी, मनमोहन, नईमखान, आईडी पंत, दिनेश सलोनिया, रवि प्रताप राय, एमएस त्यागी, घनश्याम यादव, रोहित सिंह, परमाल, दीपक साण्डिल्या, विजयपाल सिंह, एमएस वर्मा, मंजूर खान, राजेंद्र चैहान, मुकुल राज, अमरीश चैहान, मनोज यादव, अमित सिंह, अश्विनी चैहान, आशुतोष चैहान, प्रदीप कुमार, आरसी धीमान, अशोक चैधरी, सुरेंद्र कुमार, राजकुमार, बसीम अहमद, आरके बड़ोनी, विनोद कुमार, सोनू कुमार, कमल देवेंद्र, रोबिन, गौरव धीमान आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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