हरिद्वार। भेल अनूसूचित जाति एम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में चलाए जा रहे डा.भीमराव अम्बेडकर शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम द्वारा देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले की 190वीं जयंती पर उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए नमन किया। भेल सेक्टर वन स्थित डा.भीमराव अम्बेडकर भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि भेल अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.शारदा स्वरूप, डा.के.स्वरूप, विशिष्ट अतिथी गर्वमेंट गल्र्स इंटर कालेज ज्वालापुर की अध्यापिका अंजना लखारिया ने निःशुल्क शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम की शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अंजना लखारिया ने कहा कि जिन हालात में सावित्री बाई फुले द्वारा सन 1940 में बालिकाओं की शिक्षा के लिए विद्यालय की स्थापना की गयी। वह सभी के लिए प्रेरणादायक है। उस समय समाज में नारी के लिए शिक्षा प्राप्त करने का कोई मार्ग ही नहीं था। ऐसे हालत में महिलाओं के लिए शिक्षा की शुरूआत करने साथ देश की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले द्वारा समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का कार्य भी किया गया है। महिला शिक्षा मार्ग प्रशस्त करने वाली सावित्री बाई फुले के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्य अतिथि डा.शारदा स्वरूप व डा.के.स्वरूप ने कहा कि देश में नारी शिक्षा की राह खोलने वाली सावित्री बाई फुले प्रथम शिक्षिका के साथ प्रथम प्रधानाध्यापिका भी थी। उनके द्वारा नारी शिक्षा के लिए किए गए संघर्ष के फलस्वरूप आज भारत की महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीपी सिंह व भेल अनूसूचित जाति एम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएन के सचिव मंजीत सिंह ने कहा कि देश की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले ने नारी शिक्षा के लिए तत्कालीन रूढ़ीवादी समाज से जो संघर्ष किया वह सभी के लिए प्रेरणादायक है। बालिकाएं शिक्षित होंगी तो शिक्षित परिवार व संस्कारी समाज की स्थापना में मदद मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन प्रकृति चन्द्रा ने किया। इस अवसर पर अम्बेडकर भवन के सचिव ब्रह्मपाल सिंह, शिक्षा सहभागिता प्रभारी मनोज कुमार, कु.प्रेरणा, कु.रेणु कर्णवाल, ब्रजेश कुमार, कुलदीप सिंह, देवीलाल, अरविन्द कुमार, मेहर सिंह, कुलदीप सिंह, राजेश कुमार, पवन कुमार, आनन्द प्रकाश, सुशील कुमार, समय सिंह दाबड़े, विपिन कुमार, मोहकम सिंह, शिवकुमार, विपिन कुमार, पहल सिंह, नाथीराम शेरवाल, गीता देवी, कु.मेधा चैधरी आदि सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment