हरिद्वार। कमल मिश्र- चिन्मय डिग्री कॉलेज में गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कॉलेज प्रबंध समिति के चेयरमैन कर्नल राकेश सचदेवा, समिति के सदस्य कमांडर आमोद चैधरी एवं कार्यवाहक प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने ध्वजारोहण किया। मौके पर कॉलेज प्रबंध समिति के चेयरमैन कर्नल राकेश सचदेवा ने सभी शिक्षको, शिक्षकेतर कर्मचारियों एवं छात्र छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हमारे देशवासियों के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण दिन है।ं इस दिन हमारे देश का सविंधान लागू हुआ था। हमें अपने देश के संविधान को दृष्टिगत रखते हुए अपने अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए हमारा मुख्य उद्देश्य भेदभाव नहीं होना चाहिए। कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ पीके शर्मा ने उच्च शिक्षा निदेशक कुमकुम रौतेला का बधाई संदेश पढकर सुनाया। उच्च शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षकों एवं समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 72 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। कहा सभी विद्यालयों के प्राचार्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने इस संकट की घड़ी के दौरान भी ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्रदान की । प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने शुभकामना संदेश देते हुए कहा कि हमें अपने देश के इस संविधान को अपने जीवन में उतारना होगा। हमें अपने कॉलेज का नाम हरिद्वार में ही नहीं अभी तो पूरे देश में रोशन करके दिखाना होगा। कोविड की बंदिश का दौरान छात्र छात्राओं द्वारा एक सूक्ष्म देश भक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया गया। संचालन डॉ मनीषा ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से ज्वाइंट सेक्रेट्री श्रीमती राधिका रंगनाथ, सदस्य कमांडर आमोद चैधरी एस एफ एस डायरेक्टर डॉ वैष्णो दास, डॉ अजय कुमार, आनंद शंकर सिंह, डॉ ओम कांत, संतोष कुमार, डॉ संध्या वेद, रुपा मैडम, कार्यालय अधीक्षक डॉ राकेश चतुर्वेदी आदि सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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