हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जनपद के शौहरतगढ़ की स्वयंसेवी संस्था की ओर से कुंभ मेले में गंगा स्नान के लिए आने वाले बुजुर्गों व दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन को व्हील चेयर प्रदान की गयी। संस्था के संयोजक नागेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सीसीआर में कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत की मौजूदगी में कुंभ मेलाधिष्ठान को व्हील चेयर सौपी। कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने संस्था का आभार जताते हुए कहा कि इससे हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान, आरती दर्शन के लिए आने वाले बुजुर्गों एवं दिव्यांगजनों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में हरकी पैड़ी सहित सभी घाटों पर भारी भीड़ जुटती है। जिससे बुजुर्गो व दिव्यांगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। उन्हें सीढ़ीयों पर चढ़ने उतरने में भी परेशानी होती है। व्हील चेयर के माध्यम से वृद्ध व दिव्यांजन गंगा स्नान के लिए आसानी से घाटों पर पहुंच सकेंगे। सामाजिक संस्थाओं के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि समाज सेवा से अन्य लोगों का भी प्रेरणा मिलती है। इस मौके पर अपर मेलाधिकारी डा.ललित नारायण मिश्रा, उप मेला अधिकारी किशन सिंह नेगी, पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल आदि भी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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