हरिद्वार। जमीन के मामलों में पिछले कई महीनों से न्याय दिलाने की गुहार लगा रही महिला ने बुधवार को दो बच्चों सहित पानी की टंकी पर चढ़कर आत्महत्या करने की घोषणा करते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज्वालापुर क्षेत्र में एक महिला अपने दो बच्चों के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गई। महिला मांग पूरी न होने की वजह से बेहद नाराज और आक्रोशित थी और उसने ये कदम उठा लिया। इतना ही नहीं उसने नीचे कूदने की चेतावनी भी दी। पुलिस और स्थानीय निवासी उसे समझाने में लगे रहे। पुलिस और नायाब तहसीलदार के समझाने के बाद बामुश्किल महिला नीचे उतरी फिर आश्वसन मिलने पर महिला दो घंटे बाद टंकी से नीचे उतर आई। ज्वालापुर के सीतापुर की एक महिला ने तहसील के एक पटवारी और कुछ भूमाफिया पर अपनी जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी। महिला ने कुछ दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस कर इच्छा मृत्यु की अनुमति भी मांगी थी। महिला ज्वालापुर के पांडेवाला में पानी की टंकी पर चढ़ गई। महिला के साथ दो बच्चे भी थे। पुलिस और स्थानीय निवासी महिला को समझा-बुझाकर मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन महिला नीचे कूदने की चेतावनी देने लगी। महिला ने कहा, वह अपनी जमीन वापस लेने के लिए कई साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है। जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत करने के बावजूद उसे सिर्फ आश्वासन ही मिले। अगर उसकी जमीन वापस नहीं दिलाई गई और जमीन हड़पने के दोषी सरकारी कर्मचारियों को भूमाफिया पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह बच्चे समय टंकी से नीचे कूदकर जान दे देगी। ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि मामले की सूचना एसडीएम सदर को दे दी गई। प्रशासन के टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला से बातचीत की। आश्वासन मिलने पर करीब दो घंटे बाद महिला बच्चों के साथ नीचे उतर आई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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