हरिद्वार। उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथ्वाल ने कहा कि गौमाता की सेवा के लिए आयोग पूर्ण रूप से समर्पित है। भूपतवाला स्थित कुंभ कैम्प कार्यालय का उद्घाटन करने के दौरान राज्यमंत्री पंडित राजेंद्र अणथ्वाल ने कहा कि आयोग कुंभ नगरी हरिद्वार में गौमाता के संरक्षण संवर्द्धन और सुरक्षा के साथ प्रदेश और देश की विभिन्न गौशालाओं में निर्मित पंचगव्य उत्पादन में भी योगदान करेगा। जिसमें संत समाज, युवा और समाजसेवियों का सहयोग भी लिया जाएगा। पंचगव्य उत्पादन से गौशालाएं व गौ पालक निंरतर समृद्ध हो रहे हैं। इसके लिए गौसेवा आयोग द्वारा समय समय पर प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाता है। जनपद के विभिन्न ग्रामों महिलाओं समूहों के माध्यम से गोबर से निर्मित सामग्री दीपक आदि बनाने का प्रशिक्षण देकर ग्राम स्वावलम्बन का कार्य भी किया जा रहा है। इसका लाभ ऐसे लोगों को भी मिला जिनकी कोरोना काल में नौकरी छूट गयी थी। ग्राम स्वालम्बन योजना से जुड़कर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के संतों ने कोरोना काल में गौवंश के संरक्षण में अहम योगदान किया। कुंभ के दौरान गौसेवा के प्रकल्पों के जरिए स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गौसेवा के प्रति जागृत किया जाएगा। महंत रविन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि संत समाज गौसेवा आयोग के उपाध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथ्वाल के गौसेवा संकल्प को पूरा करने में पूर्ण सहयोग करेगा। एक गाय का पालन कर एक परिवार का खर्च आराम से चलाया जा सकता हे। गाय के गोबर से निर्मित कलाकृति आदि निर्माण करने के साथ गोबर को पांच सौ रूपए किलों तक विक्रय किया जा सकता है। इस दौरान कोरोना योद्धाओं तथा श्री गोस्वामी प्रीतम लाल मेमोरियल शिक्षा समिति, गोपीनाथ गौशाला, स्वामी नारायण मिशन संस्थान आदि संस्थाओं तथा जिला पशु क्रूरता निवारण समिति के उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कुलदीप सैनी, सोनू कश्यप, दीपक प्रजापति, अनिकेत गिरी, वंश शर्मा, यश लालवानी, विश्वास सक्सेना, प्रेमप्रकाश नाडर, आशीष गौड़, आशीष जैन, इशांत उपाध्याय, नरेंद्र सिंह नेगी, ऋषभकांत गिरी, नवदीप अरोरा, अंशुल शर्मा, रामचंद्र, संजय, गंगा प्रसाद, आदित्य सक्सेना, पंउित सतीश शर्मा, आशु सैनी, अनुज पाल, जीतू सिंह आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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