हरिद्वार। श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में विश्व नर्सिंग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने कहा कि रामकृष्ण मिशन कोरोना के संकट काल में समर्पित भाव से सेवा कर मानवता का परिचय दे रहा है। रामकृष्ण मिशन सेवा भाव का पर्याय है। उन्होंने विश्व की पहली नर्स और सेवा भाव को समर्पित फ्लोरेंस नाइटिंगेल का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि वे महामानव थी। उन्होंने लड़कियों को नर्सिंग के माध्यम से सेवा के लिए प्रेरित किया। जिला अधिकारी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के नर सेवा नारायण सेवा के ध्येय वाक्य को रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम धरातल पर चरितार्थ कर रहा है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम द्वारा संचालित कोविड-19 वार्ड का निरीक्षण किया और मरीजो और उनके परिवार के लोगों को बीईंग भागीरथ सामाजिक संस्था की तरफ से फल और गीता महाग्रंथ वितरित किए। जिलाधिकारी रविशंकर कोरोना के उन मरीजों से भी मिले जो ठीक होकर अस्पताल से अपने घर सकुशल जा रहे थे। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने कहा कि रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कोरोना के संकट काल में बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहा है। कार्यक्रम संयोजक स्वामी दयाधिपानंद महाराज ने कहा कि कोरोना संकट काल में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कोविड वार्ड में 150 बिस्तरों का कोविड अस्पताल संचालित कर रहा है। इसके अलावा अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं और आईसीयू की सुविधाएं भी संचालित की जा रही हैं। इस अवसर पर नर्सिंग विभाग की निर्देशिका श्रीमती मिनी योहान्नन ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज, स्वामी जगदीश महाराज, वरिष्ठ चिकित्सक डा.समीर चैधरी, डा.कुलदीप, डा.अर्जुन सिंह, डा. दीपक, बीईंग भागीरथी के अध्यक्ष शिखर पालीवाल, गैर चिकित्सीय स्टाफ के गोकुल कुमार सिंह, अमरजीत सिंह, सुधीर चैधरी आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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