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पुलिया निर्माण नहीं होने पर जगजीतपुर के लोगों ने जतायी नाराजगी

 हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित मांगेराम की छोटी पुलिया क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण में धांधली का आरोप लगाते हुए क्षेत्रीय पार्षद, मेयर और विधायक के साथ पीडब्ल्यूडी पर निशाना साधा है। बताते चले कि ग्रामीणों की मांग पर जगजीतपुर में नाले पर पुलिया का निर्माण कराया गया था। लेकिन पुलिया निर्माण के कुछ दिनों बाद ही पुलिया के टूटने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। जिसमें स्थानीय लोगों ने मेयर, पार्षद, विधायक, पीडब्ल्यूडी से सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिया रोजाना थोड़ी थोड़ी टूट रही है। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। पुलिया से होकर बड़े वाहनों की आवाजाही हो रही है। इससे पुलिया के टूटने का खतरा बना हुआ है। इस खतरे को देखते हुए बीच में बड़े वाहनों को रोकने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा छोटा खंबा भी  लगाया गया है। पुलिया कभी भी अचानक टूट सकती है। लोगों का कहना है कि यदि पुलिया टूटती है तो जिम्मेदारी किसकी होगी। लोगों द्वारा मानव अधिकार संगठन के चेयरमैन एवं उत्तराखंड प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव कार्तिक कुमार चेयरमैन को अवगत कराते हुए मौके पर बुलाया गया। स्थानीय लोगो ने बताया कि कई बार अधिकारी, मेयर, पार्षद, इस पुलिया को देखने आ चुके हैं। पुलिया निर्माण के लिए कई बार नापतौल भी हो चुकी है। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। कार्तिक कुमार चेयरमैन ने बताया कि उन्होंने मेयर पति अशोक शर्मा से बात की है। अशोक शर्मा ने बताया कि कई बार जिला अधिकारी, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को पुलिया निर्माण के लिए पत्र भेजे गए हैं। कार्तिक कुमार चेयरमैन ने कहा कि हम लोग जनता के सेवक हैं। जनता की सेवा करना हमारा दायित्व है। जल्द से जल्द पुलिया निर्माण कराया जाएगा। सुभाष वर्मा ने कहा कि विभिन्न अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, स्थानीय पार्षद  से पुलिया निर्माण के लिए लगातार मांग की जा रही है। पुलिया कभी टूटने की अवस्था में है। लेकिन आज तक ना तो पुलिया का निर्माण हुआ और सड़क का निर्माण भी अधूरा है। जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान है। रामपाल सहित कई लोगों ने कहा कि पुलिया टूटने पर दुर्घटना कोई शिकार हो। उससे पहले ही जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा कराया जाए। विरोध जताने वालों में सुभाष वर्मा, मगन वर्मा, सदाशिव प्रसाद श्रीवास्तव, शुभम, रामपाल, पाल साहब, दयाचंद, सुमित कुमार, सरोज, पप्पू चैधरी आदि शामिल रहे।


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गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।