हरिद्वार। श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार के संस्थापक अशोक अग्रवाल ने सामाजिक संगठनों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में आम जनमानस व कोरोना पीड़ितों को भरपूर सहयेाग प्रदान करें। सरकारी व निजी चिकित्सालयों में होने वाले उपचार की जानकारियां लोगों से साझा करें। जिससे कोरोना मरीजों को तत्काल इलाज उपलब्ध हो सके। समय रहते कोरोना संक्रमितों की जान पर मंडरा रहे खतरे को टाला जा सके। अशोक अग्रवाल ने यह भी कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड अस्पतालों की सूची सार्वजिनक की जाए। जिससे लोगों को अपने आसपास के अस्पताल के विषय में जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी वैश्विक संकट है। एकजुट होकर ही इस संकट से निपटा जा सकता है। इसलिए अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखें। कोरोना नियमों का पालन करते हुए गरीब जरूरतमदों की मदद करें। आज गरीब मजदूर वर्ग भारी संकट में है। रोजगार नहीं मिलने से गरीब मजदूर परिवार के लिए दो वक्त का भोजन भी नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसे में सभी को आगे आकर गरीबों की मदद करनी चाहिए। श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र अपनी और से यथासंभव मदद करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन अन्य संगठनों को भी आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। एकजुट प्रयासों से ही कोरोना को हराया जा सकता है और गरीबों की मदद की जा सकती है। अशोक अग्रवाल ने कहा कि व्यापारियों के हितों में राज्य सरकार को बड़ा दिल दिखाते हुए मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को आर्थिक पैकेज की घोषणा तत्काल की जानी चाहिए। व्यापारी भी हमेशा ही सरकार का सहयोग करता चला आ रहा है। दो वर्ष से लगातार व्यापारी मंदी की मार झेल रहा है। लाॅकडाउन कोरोना क्रफ्यू के चलते व्यापारियों के रोजगार ठप्प हो चुके है। सरकार को आर्थिक पैकेज की घोषणा तत्काल करनी चाहिए। जय भगवान गुप्ता, महावीर प्रसाद मित्तल भी लगातार कोरोना मरीजों की जरूरतों को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment