हरिद्वार। प्रदेश के पर्यटन तीर्थाटन एवं सिंचाई सह जनपद प्रभारी मंत्री ने जनपद के सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों- ग्राम कांगड़ी, गाजीवाली का गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वामी यतीस्वरानन्द के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सतपाल महाराज ने सबसे पहले कांगड़ी गांव के निकट के गंगा तटों को देखा, जहां से गंगा नदी के पानी के बहाव से गांव को नुकसान पहुंच सकता है। इस पर मंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से गंगा के बहाव को डायवर्ज करने के लिये पूर्व में दिये गये आदेश का उल्लेख करते हुये कहा कि अभी तक आपने कार्य प्रारम्भ क्यों नहीं किया। इस पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कल से ही गंगा के बहाव के डायवर्जन का कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कार्य में तेजी लायें अन्यथा की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जायेगी। इसके बाद उन्होंने ग्राम गाजीवाली में भी संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने ग्राम कांगड़ी एवं गाजीवाली आदि में गंगा नदी से बाढ़ सुरक्षा हेतु जो कार्य स्वीकृत व प्रस्तावित हैं, उनके बारे में जानकारी देते हुये बताया कि ग्राम कांगड़ी में गंगा नदी की जलधारा को मोड़ने के लिए क्यूनेट के निर्माण हेतु रूपये 9.89 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी है, कांगड़ी ग्राम में 400 मीटर लम्बाई में गंगा नदी की धारा को मोड़ने के लिए चैनेलाईजेशन के कार्य हेतु दो योजनायें, जिनकी लागत क्रमशः रू0 9.78 लाख एवं रू0 9.90 लाख की है, स्वीकृति के लिए प्रस्तावित की गयी हैं। पर्यटन तीर्थाटन एवं सिंचाई मंत्री ने यह भी बताया कि ग्राम गाजीवाली में पूर्व निर्मित स्पर की मरम्मत का कार्य लागत रूपये 9.60 लाख, पूर्व निर्मित दो क्षतिग्रस्त स्परों का विस्तारीकरण लागत क्रमशः रूपये 9.06 लाख एवं रूपये 6.80 लाख, ग्राम सजनपुर पीली में भूमि कटाव की रोकथाम हेतु बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु रूपये 9.51 लाख एवं ग्राम बसोचन्दपुर गैण्डीखाता में कृष्णायन गौशाला का बाढ़ सुरक्षा कार्य रूपये 7.26 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी है। इसके अतिरिक्त मंत्री ने बताया कि ग्राम गाजीवाली में 600 मीटर लम्बाई में गंगा नदी की धाराओं को मोड़ने के लिये चैनेलाईजेशन कार्य हेतु तीन योजनायें, जिनकी लागत क्रमशः 9.90 लाख, 9.78 लाख एवं 9.97 लाख (कुल रूपये 29.65 लाख) स्वीकृति हेतु प्रस्तावित किया गया है। इस अवसर पर कई पदाधिकारीगण, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डी0के0 सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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