Skip to main content

महादेव की आराधना से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है-दिगंबर बलवीर पुरी

 


हरिद्वार। देवों के देव बिल्केश्वर महादेव की आराधना से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जो श्रद्धालु भक्त श्रद्धापूर्वक भगवान शिव की शरण में आ जाते हैं। भगवान भोलेनाथ उनके समस्त पापों का विनाश कर उन्हें सुख समृद्धि प्रदान करते हैं। उक्त उद्गार बिल्केश्वर महादेव मंदिर के व्यवस्थापक दिगंबर बलवीर पुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इससे पूर्व कोरोना महामारी की समाप्ति के लिए बिल्केश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार कर आरती की गई और विश्व की खुशहाली की कामना की गई। स्वामी बलवीर पुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को भगवान शिव की महिमा का सार समझाते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं। श्रद्धा से भोलेनाथ को स्मरण करने भर से ही समस्त कामनाओं के पूर्ण होने का वरदान श्रद्धालु भक्तों को मिलता है। भोले भंडारी की कृपा जिस पर भी हो जाए उसका जीवन भवसागर से पार हो जाता है और अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का संरक्षण कर भगवान शिव उनके जीवन को अंधकार से मुक्त कर प्रकाश की ओर ले जाते हैं। स्वामी बलवीर पुरी महाराज ने कहा कि माता पार्वती की कठोर तपस्या के रूप में भगवान शिव बिल्केश्वर महादेव मंदिर में विराजमान हुए जो इस स्थान की महत्वता को और बढ़ाता है भगवान शिव की असीम कृपा से जल्द ही कोरोना महामारी संपूर्ण विश्व से समाप्त होगी और संपूर्ण विश्व खुशहाली की और लौटेगा। बिल्केश्वर महादेव में स्थित प्रतिष्ठित चमत्कारी गौरीकुंड में स्नान करने मात्र से व्यक्ति को वैभव की प्राप्ति होती है। स्वामी बलवीर पुरी महाराज ने कहा कि जिस तरह भक्त और भगवान का रिश्ता जन्म जन्मांतर का होता है। उसी तरह भगवान भोलेनाथ से बंधे हैं नंदी महाराज। भगवान शिव तक पहुंचाने वाली हर मनोकामना व्यक्ति को इन्हीं के कान में कहनी होती है। जिसको नंदी महाराज तुरंत भगवान भोलेनाथ तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि चंदन, पुष्प और बेलपत्र आदि से भगवान बिल्केश्वर महादेव का श्रृंगार करने से सारा वातावरण शिवमय हो जाता है और प्रत्येक श्रद्धालु भक्त भगवान शिव की आराधना में लीन होकर भगवान शिव को प्राप्त करता है।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।