हरिद्वार। दिल्ली के पर्यटक की गंगा में डूबकर मौत होने के मामले में पूछताछ के लिए बुलाये गए युवकों को छुड़ाने के नाम पर दो युवकों ने 6.50 लाख रुपये की नगदी परिजनों से मांगी ली। पुलिस के नाम पर रुपये मांगने का मामला सामने आने के बाद एडीजी के आदेश पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 14 अगस्त को गांव रजोकरी नई दिल्ली से बंशीराम के साथ तीन दोस्त राहुल, धर्मेंद्र और धनुष गंगा स्नान को आये थे। बंशीराम गंगा में डूब गए। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली में शिकायत की। पुलिस ने साथी तीनों दोस्तों को पूछताछ के लिए बुला लिया। आरोप है कि तीनों युवकों में शामिल एक युवक के संपर्क में दिल्ली निवासी बृजेश आया। जिसने 6.50 लाख रुपये की डिमांड करते हुए तीनों युवकों को पुलिस से छुड़वाने की बात कही थी। बीते 19 अगस्त को रुपये की डिमांड की गई थी। आरोपी ने कहा कि पुलिस को रुपये देने हैं। आरोप है कि तीनों युवकों को बृजेश ने गांव रजोकरी से उठवा लेने की धमकी भी दी थी। इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तीनों युवकों को पुलिस ने क्लीन चिट देते हुए छोड़ दिया। आरोप है कि तीनों युवकों को श्यामपुर थाना क्षेत्र के श्याम बैकुंठ धाम ले गए। जहां राजकुमार, आंनद कुमार और राजिन्द्र कुमार ने गजेन्द्र नाम के युवक को 12-12 हजार रुपये दिए। आरोप है कि अगले दिन राजकुमार की भाभी उर्मीला देवी को फोन आया और 4.50 लाख रुपये डलवाने के लिए खाता नंबर दिया। राजकुमार ने अपने मित्र जय प्रकाश तिवारी से इस बात की जानकारी दी। जिस पर देहरादून से एडीजी से बात की गई और हरिद्वार एसएसपी ने पीड़ित से बातचीत की। जिसके बाद पुलिस ने राजकुमार की शिकायत पर आरोपी बृजेश और गजेंद्र के खिलाफ केस दर्ज किया है। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोनों आरोपी फरार हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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