हरिद्वार। थाना कनखल पुलिस ने जमीन की धोखाधड़ी के मामले में दो प्राॅपट्री डीलर सहित चार लोगों के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि बिजनौर और दिल्ली निवासी चार भाई हरिद्वार में जमीन की धोखाधड़ी का शिकार हो गए। उन्होंने कनखल के जगजीतपुर में प्लाट खरीदा था। प्लाट पर कब्जा लेने पर एक महिला ने उस पर मालिकाना हक जताते हुए उनका काम रुकवा दिया। तब उन्होंने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी के निर्देश पर कनखल थाने में दो प्रापर्टी डीलरों सहित चार आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कनखल पुलिस के अनुसार चार भाई धर्मपाल रोहिल्ला निवासी नई बस्ती, बी-14, बिजनौर, सत्यपाल रोहिल्ला, गोपाल सिंह राम सिंह निवासीगण नागलोई दिल्ली ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर बताया कि हरिद्वार में प्लाट खरीदने के सिलसिले में उनकी मुलाकात प्रापर्टी डीलर संजय वशिठ और संजय खुराना से हुई थी। प्रापर्टी डीलरों ने सौदा कराया और उन्होंने जगजीतपुर में 18 अप्रैल 2018 को कपिल सिंह निवासी ओल्ड चन्द्रावन मजनू का टीला, सिविल लाइंस उत्तरी दिल्ली व सुधीर कुमार निवासी सीतापुर ज्वालापुर से एक प्लाट खरीद लिया। चारों भाइयों ने दाखिल खारिज कराया और कमरे का निर्माण कराने लगे। आरोप है कि भारती निवासी गोविदपुरी ने प्लाट पर मालिकाना हक जताते हुए काम रुकवा दिया। उसने अपनी रजिस्ट्री भी दिखाई। इस पर उनका माथा ठनका तो प्रापर्टी डीलर संजय वशिष्ठ और संजय खुराना से संपर्क किया। जानकारी लेने पर पता चला कि दोनों उनके नाम से फर्जी मुकदमा भी लड़ रहे हैं। चारों भाइयों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने दोनों प्रापर्टी डीलर संजय वशिष्ठ व संजय खुराना और जमीन की रजिस्ट्री करने वाले कपिल सिंह व सुधीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएचओ कनखल कमल कुमार लुंठी के अनुसार मामले मे मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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