हरिद्वार। जनपद में दूसरे दिन भी कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीजों का आंकड़ा सौ के पार हो गया। शुक्रवार को जारी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सीएमओ ऑफिस में तैनात तीन स्वास्थ्य कर्मियों समेत 133 लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इनमें रुड़की में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मिले है। कोरोना पॉजिटिव आए मरीजों में से 102 आरटीपीसीआर जांच में, पंद्रह रैपिड जांच में और ट्रूनेट में 16 लोग पॉजिटिव आए हैं। हरिद्वार शहर में दो दिन में पॉजिटिव आने वाले मरीजों की संख्या ढाई सौ के पार पहुंच चुकी है। हरिद्वार जिले में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को एडीएम समेत 134 लोग कोरोना पॉजिटिव आए थे। शुक्रवार को भी यह आंकड़ा गुरुवार को पॉजिटिव आए मरीजों में से एक कम रहा। शुक्रवार को आई विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सीएमओ कार्यालय में तैनात तीन स्वास्थ्य कर्मियों समेत 133 लोग पॉजिटिव आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार रुड़की में सबसे अधिक 48 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जबकि हरिद्वार शहर में यह संख्या 47 है। बहादराबाद में 26, नारसन में दो, लक्सर और भगवानपुर में एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। जबकि आठ अन्य राज्यों एवं जिले के लोग जांच में पॉजिटिव आए हैं। सीएमओ डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह ने लोगों से कोरोना नियमों का पूरी तरह पालन करने की अपील की है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच केंद्रों की संख्या को बढ़ा दिया है। शुक्रवार को हरिद्वार में 15 स्थानों पर कोरोना की जांच की गई। हरिद्वार शहर में कोरोना सैंपलिंग के प्रभारी डॉ. अमन चावला ने बताया कि 15 केंद्रों पर 1027 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। अभी तक शहर में करीब दस स्थानों पर कोरोना की जांच की जा रही थी। लेकिन कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की जांच के लिए पांच नए केंद्र भी खोल दिए हैं। बताया कि वर्तमान में कोरोना की जांच 15 अलग-अलग स्थानों पर हो रही है। शुक्रवार को 15 केंद्र पर 1027 लोगों की जाचं की गई। कुल जांच में से 915 लोगों की आरटीपीसीआर और 112 की रैपिड एंटीजन जांच की गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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