हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने की घोषणा किए जाने पर चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं प्रदान की है और उनके इस निर्णय को प्रदेश के लिए ऐतिहासिक फैसला बताया है। प्रैस को जारी बयान में स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत सदियों से भारतीय सभ्यता के मूल में समाहित रही है। ऋषि-मुनियों की देवभूमि उत्तराखंड समस्त विश्व के लिए अध्यात्म का केंद्र रही है। समान नागरिक संहिता लागू होने पर सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू किए जाएंगे। जोकि सभी के लिए हितकारी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिया गया यह निर्णय एक साहसिक कदम है। देश के विकास के लिए पूरे भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना चाहिए। भाजपा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर विश्वास जताया है और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा है। उनको उत्तराखंड के समग्र विकास की योजनाएं बनानी चाहिए साथ ही रोजगार और पलायन जैसे अहम मुद्दों को भी हल करने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी सनातन प्रेमी होने के साथ-साथ युवा और कर्मठ है। जिन्होंने कम समय के राजनीतिक कैरियर में जनता के विश्वास को जीता है। हमें आशा है कि वह प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए दिन-रात कार्य कर प्रदेश को उन्नति की ओर अग्रसर करेंगे। संत समाज का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है और संत समाज हर परिस्थिति में उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है। ईश्वर उनकी कार्यशैली में वृद्धि कर उनको दीर्घायु प्रदान करें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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