हरिद्वार। सपा नेता महंत शुभम गिरी ने प्रैस को जारी बयान में कहा कि पिछले प्रधानों और जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। लेकिन उत्तराखंड सरकार अभी तक जिला पंचायत के चुनाव नहीं करवा रही है। पंचायतों व जिला पंचायतों में प्रतिनिधि नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र की जनता को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को जल्द से जल्द त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने चाहिए। जिससे जनता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव कर सके और ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य हो सकें। महंत शुभम गिरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी बिधानसभा चुनाव में भले ही अच्छा प्रदर्शन ना कर पायी हो। लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पार्टी पूरी मजबूती से लड़ेगी और शानदार प्रदर्शन करेगी। सपा के समर्थन के बना जिला पंचायत बोर्ड नहीं बन सकेगा। महंत शुभम गिरी ने कहा कि वे स्वयं भी जिला पंचायत चुनाव लड़ेगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर जनपद की किसी भी जिला पंचायत सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जल्द पंचायत चुनाव नहीं कराती है तो सड़कों पर उतरकर विरोध किया जाएगा। इस संबंध में जल्द ही राज्य चुनाव आयोग व जिला अधिकारी को ज्ञापन भी दिया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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