हरिद्वार। मनोज कुमार खन्ना। गुरु निवास आश्रम के ब्रह्मलीन स्वामी क्षत्रपति दास के सत्रहवीं पूण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्रपति दास जी एक उच्च कोटि के संत थे। वे न केवल संस्कृत के विद्वान व्याकरणाचार्य थे बल्कि सभी संस्कृत के छात्रों के लिए सदैव सुलभ विद्वान थे। उनके पढ़ाये हुए एक से एक विद्वान संत और महात्मा हैं जो उनके ही जैसे क्रोध न करने वाले,सत्यनिष्ठ,उनके बताए मार्ग का अनुकरण करने वाले हैं। रविवार को कनखल स्थित गुरु निवास आश्रम में ब्रह्मलीन छत्रपति दास के शिष्य स्वामी देवानंद ने कहा कि संत हमेशा से समाज और देश के कल्याण के लिए चिंतन करता है। संत समाज मनुष्य को हमेशा सत्कर्म की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। कहा कि वे अपने गुरू द्वारा शुरू किये कार्यो को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे है। श्रद्धांजलि समारोह में बड़ी संख्या मे संतों ने शामिल होकर ब्रहमलीन छत्रपति दास को श्रद्धासुमन अर्पित किए। समारोह मे हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, दिल्ली,पंजाब ,हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश से आये श्रद्वालुओं ने बड़ी संख्या मे श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धांजलि समारोह में मंच संचालक अरुण दास, महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप ,महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद,पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा कोठारी दामोदर दास, महंत कृष्ण दास, हरिहरानंद सहित अन्य पूजनीय संत शामिल हुए।
हरिद्वार। मनोज कुमार खन्ना। गुरु निवास आश्रम के ब्रह्मलीन स्वामी क्षत्रपति दास के सत्रहवीं पूण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्रपति दास जी एक उच्च कोटि के संत थे। वे न केवल संस्कृत के विद्वान व्याकरणाचार्य थे बल्कि सभी संस्कृत के छात्रों के लिए सदैव सुलभ विद्वान थे। उनके पढ़ाये हुए एक से एक विद्वान संत और महात्मा हैं जो उनके ही जैसे क्रोध न करने वाले,सत्यनिष्ठ,उनके बताए मार्ग का अनुकरण करने वाले हैं। रविवार को कनखल स्थित गुरु निवास आश्रम में ब्रह्मलीन छत्रपति दास के शिष्य स्वामी देवानंद ने कहा कि संत हमेशा से समाज और देश के कल्याण के लिए चिंतन करता है। संत समाज मनुष्य को हमेशा सत्कर्म की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। कहा कि वे अपने गुरू द्वारा शुरू किये कार्यो को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे है। श्रद्धांजलि समारोह में बड़ी संख्या मे संतों ने शामिल होकर ब्रहमलीन छत्रपति दास को श्रद्धासुमन अर्पित किए। समारोह मे हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, दिल्ली,पंजाब ,हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश से आये श्रद्वालुओं ने बड़ी संख्या मे श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धांजलि समारोह में मंच संचालक अरुण दास, महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप ,महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद,पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा कोठारी दामोदर दास, महंत कृष्ण दास, हरिहरानंद सहित अन्य पूजनीय संत शामिल हुए।
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