हरिद्वार। उत्तराखण्ड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष ममता बादल के नेतृत्व में संघ की पदाधिकारियों व सदस्याओं ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुत कर समस्याओं का समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान ममता बादल ने बताया कि कई माह से टीएचआर व कुक फुड परियोजना का पैसा माता समिति के खाते में नहीं आ रहा है। माता समिति इतनी सक्षम नहीं है कि वह अपने स्तर से योजना के लिए बजट जारी कर सके। इसलिए निर्णय लिया गया है कि जब तक सरकार से बजट आवंटित नहीं होता है, तब तक टीएचआर व कुक फुड का वितरण नहीं किया जाएगा। पोषण ट्रेकर के संबंध में जो स्मार्ट फोन सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उपलब्ध कराए गए थे। वे खराब हो चुके हैं। फोन रिचार्ज कराने के लिए धनराशि भी कार्यकत्रियों को उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। इसलिए सभी कार्यकत्रियों को नये स्मार्टफोन व रिचार्ज की धनराशि उपलब्ध करायी जाए। ताकि योजनाओ की जानकारी पोषण ट्रेकर के माध्यम से उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने कहा कि पोषण ट्रेकर के माध्यम से लाभार्थियों की जानकारी लीक हो रही है। जिससे फर्जीवाड़ा कर लाभार्थियों के खाते से धनराशि निकाली जा रही है। फजीवाड़े को रोकने के लिए विभाग की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक कार्यकत्री को एमपीआर (हिन्दी व अंग्रेजी) मातृ वन्दना, महालक्ष्मी, नन्दा देवी, गौरा देवी आदि योजनाओं की जितनी भी स्टेशनरी है। वह कार्यालय द्वारा उपलब्ध करायी जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रत्येक महीने मानदेय नहीं मिलता है इसके बावजूद उपरोक्त योजनाओं के सभी फॉर्म की फोटो कापी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से ही करायी जाती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार कर समाधान किया जाए। जिससे सभी कार्य सुचारू रूप से चल सकें। ज्ञापन सौंपने वालों में शहर अध्यक्ष सोनिका, जिला कोषाध्यक्ष रूक्मणी व अर्चना,सुमनलता,उर्मिला,वैशाली,चंचल,नूतन शर्मा,भागीरथी,संयोगिता आदि सदस्याएं शामिल रही।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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