हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय में छात्र प्रेरणा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. वेदव्रत ने कहा कि विवि की स्थापना उच्च राष्ट्रीय लक्ष्यों एवं राष्ट्रसेवा के उद्देश्य से की गयी है। गुरुकुल का उद्देश्य मात्र औपचारिक डिग्री वाली शिक्षा देना नहीं रहा है, बल्कि गुरुकुल का उद्देश्य भारतीय संस्कृति, सभ्यता एवं साहित्य के प्रति जागरूक छात्रों का निर्माण करना रहा है। डॉ. वेदव्रत ने गुरुकुल की स्थापना और इतिहास के बारे में नव प्रवेशित छात्रों को जानकारी दी। कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मानविकी संकायाध्यक्ष मानविकी संकाय प्रो. अंबुज कुमार शर्मा ने कहा कि गुरुकुल की परंपरा छात्रों को वैदिक और भारतीय ज्ञान परंपरा में दीक्षित करने का कार्य करती है, एक जागरूक नागरिक के रूप में जिसकी उपयोगिता सदैव विद्यमान रहती है। मार्गदर्शन सत्र में वेद विभाग के प्रो.मनुदेव बंधु ने कहा कि प्रेरणा कार्यक्रम की यह उपयोगिता है कि गुरुकुल में आने वाली छात्रों की नई पीढ़ी यहां के गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा पाकर गुरुकुल की इस समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाएगी। संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. दीपक सिंह ने किया। कार्यक्रम में स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा एवं पीएचडी कोर्स वर्क के छात्रों ने प्रतिभाग किया। मानविकी संकाय के शिक्षक डॉ.विपुल भट्ट,डॉ.अजित तोमर, डॉ.वरुण बख्शी,अरुण सिंह अवाना, डॉ. अनुज कुमार, डॉ.नवीन पन्त, डॉ.राम मोहन पाण्डेय एवं कार्यक्रम सह-संयोजक सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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