हरिद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस महकमे को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करते हुए 20 दरोगाओं के कार्यक्षेत्र में फेरबदल कर दिया है। इस फेरबदल में कई चौकी प्रभारियों के कार्यक्षेत्र भी बदल दिए गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के जनसंपर्क अधिकारी बिपिन चंद्र पाठक के अनुसार रुड़की कोतवाली के बीच बी.स्त्रोत चौकी प्रभारी अशोक रावत को भिक्कमपुर चौकी कोतवाली लक्सर की जिम्मेदारी दी गई है,जबकि दरोगा मनोज ममगई को भिक्कमपुर से चौकी प्रभारी स्त्रोत बी. कोतवाली रुड़की बनाया गया है। दरोगा सतेंद्र बुटौला को चौकी अमानतगढ़ थाना बुग्गावाला से हटाकर एसएसआई थाना भगवानपुर बनाया गया है। दरोगा देवेंद्र तोमर थाना पथरी से चौकी जगजीतपुर प्रभारी बनाया गया है। चौकी जगजीतपुर प्रभारी रहे खेमेन्द्र गंगवार को चौकी खड़खड़ी का प्रभारी बनाकर भेजा गया है। खड़खड़ी चौकी प्रभारी बिजेन्द्र कुमाई को मायापुर चौकी प्रभारी बनाया गया है। दरोगा नवीन चौहान को थाना भगवानपुर से चौकी प्रभारी नारसन कोतवाली मंगलौर भेजा गया है। दरोगा यशवीर नेगी प्रभारी चौकी नारसन से थाना भगवानपुर भेजा गया है। रविंद्र सिंह को कोतवाली ज्वालापुर से चौकी प्रभारी काली नदी भगवानपुर, चौकी प्रभारी जयबीर रावत को कोतवाली ज्वालापुर, पुलिस कार्यालय से अशोक सिरसवाल को चौकी प्रभारी बाजार बहादराबाद भेजा गया है। दरोगा प्रदीप राठौर को पुलिस कार्यालय से चौकी प्रभारी धनोरी भेजा गया है। धनोरी चौकी प्रभारी नरेश गंगवार को कोतवाली गंगनहर, दरोगा विकास रावत को खानपुर से सिडकुल दरोगा अजय रमन को पुलिस लाइन से कोतवाली मंगलौर, दरोगा गगन मैथानी को पुलिस लाइन से चौकी प्रभारी सप्तऋषि बनाया गया है। मायापुर चौकी प्रभारी संतोष सेमवाल को ज्वालापुर कोतवाली भेजा गया है। सप्तऋषि चौकी प्रभारी प्रकाश चंद को कोतवाली रुड़की एवं सुरेश कुमार को पुलिस लाइन से कोतवाली मंगलौर तथा दरोगा ठाकुर सिंह रावत को पुलिस लाइन से कोतवाली ज्वालापुर में तैनाती दी गई है। बताया जाता है कि कुछ ही दिनों में पुलिस में और फेरबदल किए जा सकते हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment