हरिद्वार। ई-रिक्शा चालको से यूनियनों के नाम पर 5100 की वसूली किए जाने की शिकायत सामने आने पर एसएसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए वसूली करने वालों के खिलाफ चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए है। एसएसपी ने रूट निर्धारण का विरोध कर रहे ई रिक्शा चालकों को मुकद्मा दर्ज करने की चेतावनी दी है। पुलिस विभाग की और से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ ई रिक्शा चालक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए निर्धारित रूट के विरोध में सड़क जाम कर यातायात व्यवस्था में रूकावट डाली जा रही है। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा कि जाम लगाने वालों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज किया जाएगा। इस सम्बन्ध में एसएसपी ने साफ तौर पर अधीनस्थों को हिदायत दी है। उधर दूसरे दिन यातायात पुलिस और सीपीयू ने ई-रिक्शा चालकों की चेकिंग करते हुए रूटबार चलने की हिदायत दी। पुलिस द्वारा शहर में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने को ई-रिक्शा को लेकर रूट जारी की गई। नई यातायात व्यवस्था के दूसरे दिन भी पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही। यातायात पुलिस को लेकर सीपीयू ने शहर में अलग-अलग जगह ई रिक्शा को रोका। ई रिक्शा पर निर्धारित रंग निर्धारित रूट से संबंधित रंग की प्लेट लगी थी उसे जाने दिया गया, यदि किसी ई-रिक्शा पर प्लेट नहीं लगी थी उन्हें वापस भेज दिया गया। दिनभर पुलिसकर्मी की चेकिंग में जुटे रहे। वहीं दूसरे दिन कुछ ई रिक्शा चालकों ने पुलिस को शिकायत की थी कि खुद को यूनियन का पदाधिकारी बता कर कुछ लोग रूट पर चलने के नाम पर रकम की डिमांड कर रहे है। इस तरह की शिकायत सामने आने के बाद एसएसपी अजय सिंह ने यातायात निरीक्षक को निर्देश दिए हैं कि यूनियन से नहीं जुड़े ई रिक्शा चालकों के लिए रूट अब यातायात पुलिस निर्धारित करेगी। एसएसपी ने दो टूक कहा कि कोई भी रिक्शा चालक निर्धारित रूट में नही जा सकेगा, ऐसा करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होना तय है। उन्होंने कहा कि सभी ई रिक्शा चालक का सत्यापन कराया जाना बेहद आवश्यक है। क्योंकि पूर्व में कई दफा ई रिक्शा चालकों का अपराध में लिप्त होना भी सामने आया गया है। गौरतलब है कि ई रिक्शा संचालन के लिए पुलिस ने रूट निर्धारित किए है। जिसके तहत निर्धारित रूट पर ही ई रिक्शाओं का संचालन किया जा सकेगा। लेकिन कुछ ई रिक्शा चालक लागू की गयी व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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