हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में आयोजित ऑल इंडिया स्वामी श्रद्धानंद हॉकी टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की टीम ने 20 के अंतर से जीत लिया दूसरे मैच में दिए थे मुरादाबाद तीसरे मैच में स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ तथा चौथे मैच में रामपुर हॉस्टल ने जीत दर्ज की टूर्नामेंट का शुभारंभ सेंट्रल हाफ ओलंपियन एवं पद्मश्री अजीत पाल सिंह ने किया ऑल इंडिया स्वामी श्रद्धानंद हॉकी टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच गुरुकुल कांगड़ी हॉकी टीम तथा टाउन हॉल क्लब शाहजहांपुर के मध्य खेला गया मैच में गुरुकुल कांगड़ी हॉकी टीम दोस्त विजय रही दूसरे में मुरादाबाद तथा पंचकूला स्टेडियम के बीच खेला गया जिसमें मुरादाबाद ने पंचकूला को 2-0 से पराजित किया तीसरे मैच में स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ टीम ने स्पोर्ट्स हॉस्टल झांसी को 2-1 से हराकर जीत प्राप्त की चौथे मैच में रामपुर हॉस्टल की टीम ने उत्तराखंड 11 को 2-1 से पराजित कर दिया उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सोमदेव ने कहा कि हॉकी का भारत में स्वर्णिम इतिहास रहा है जिसमें गुरुकुल के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता अनीता शर्मा ने कहा कि खेल जीवन में अनुशासन एवं संयम को बढ़ाता है खेल के माध्यम से युवा शक्ति को रचनात्मक दिशा में लगाकर देश की विकास गति को बढ़ाया जा सकता है आध्यात्मिक जागृति मिशन के संस्थापक आचार्य करुणेश मिश्र ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए आयोजन सचिव डॉ अजय अजय मलिक ने अतिथियों का आभार व्यक्त व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शिव कुमार चौहान ने किया इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर सुनील कुमार प्रोफेसर आरकेएस डागर प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार प्रोफेसर अंबुज कुमार शर्मा प्रोफेसर एलपी पुरोहित प्रोफेसर बम ब्रह्मदेव प्रोफेसर विनय विद्यालंकार प्रोफेसर देवेंद्र कुमार गुप्ता डॉक्टर शिव कुमार चौहान डॉक्टर कपिल मिश्रा डॉ अनुज कुमार रणवीर सिंह सुनील कुमार हॉकी कोच दुष्यंत सिंह राणा डॉक्टर सुनील पवार डॉक्टर देवेंद्र कुमार डॉक्टर मोहन मोहर सिंह मीणा राजेंद्र कुमार डॉ हरेंद्र कुमार डॉ राजुल भारद्वाज शिक्षकेतर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार प्रकाश तिवारी तथा हेमंत सिंह नेगी सहित अन्य मौजूद थे
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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