हरिद्वार। डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार के तत्वाधान में आयोजित द्वितीय अंडर-19 जिला क्रिकेट लीग के 12वें दिन पहला मैच केएलसीए राइजिंग स्टार के मध्य वीजी ग्राउंड पर खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए केएलसीए की की टीम ने 39.5 ओवर में 176 रन बनाए। केएलसीए की तरफ से नीलोत्पल ने 54 व पर्व ने 27 रनों का योगदान दिया। राइजिंग स्टार की तरफ से प्रथम ने 3 व तुषार ने दो विकेट लिए। जीत के लिए 177 रनों का पीछा करने उतरी राइजिंग स्टार की टीम 14.2 ओवर में 36 रन पर आउट हो गयी। केएलसीए ने 140 रन से मुकाबला जीत लिया। दूसरा मैच एसआईसीए क्रिकेट एकेडमी व सत्यम स्पोर्ट्स एंड क्रिकेट एकेडमी के मध्य जमालपुर क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए एसआईसीए की टीम ने 37 ओवरों में 226 रन बनाए। जिसमें प्रिंस ने 107 व अफान ने 36 रनो का योगदान दिया। सत्यम स्पोर्ट्स एकेडमी की तरफ से मेडी व दीपांशु जोशी ने 3-3 एवं वंश कश्यप व फरहान अली ने दो-दो विकेट लिए। जीतने के लिए 227 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सत्यम स्पोर्ट्स की टीम 34.1 ओवर में 119 रन ही बना पायी और 107 रन से मैच हार गई। सत्य स्पोर्टस की तरफ से वंश कश्यप ने 33 रनो का योगदान दिया। तीसरा मैच नवयुवक क्रिकेट एकेडमी रुड़की व रुड़की रॉयल के मध्य प्रकाश स्पोर्ट्स एकेडमी के मैदान पर खेला गया। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए नवयुवक क्रिकेट एकेडमी की टीम ने 40ओवर में 203 रन बनाए। जिसमें वरदान 40,अनंत 65 और साहिल ने 29रन का योगदान दिया। रुड़की रॉयल की तरफ से विवेक कुमार व शोएब ने तीन-तीन विकेट लिए। 204 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रुड़की रॉयल ने 39.1 ओवर में सात विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर 3 विकट से मैच जीत लिया। रूड़की रायल तरफ से रोहित सिंह 57,विवेक कुमार 36,यशवंत ने 26 रनों का योगदान दिया। नवयुवक की तरफ से पराग ने तीन विकेट लिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment