हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पहले छात्र महासंघ अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में लम्बे समय तक संस्कृत छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए, प्रथक संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना, संस्कृत अकादमी की स्थापना एवं संस्कृत भाषा को द्वितीय राजभाषा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले ऋषिकुल विद्यापीठ ब्रह्मचर्य आश्रम के सहायक अध्यापक डा.नवीन पंत को उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की सामान्य समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप नामित किया गया है। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए शासन द्वारा सामान्य समिति का गठन किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सामान्य समिति के पदेन अध्यक्ष होगें। प्रदेश के संस्कृत शिक्षा मंत्री समिति में उपाध्यक्ष होंगे। समिति में सचिव संस्कृत शिक्षा,सचिव वित्त,सचिव कार्मिक,सचिव न्याय,सचिव नियोजन, निदेशक संस्कृत शिक्षा, कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय एवं अन्य सदस्यों की नियुक्ति की गयी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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