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बड़ी रामलीला के मंच पर किया सीता जन्म ताड़का वध की लीला का मंचन

  हरिद्वार। श्रीरामलीला कमेटी रजि. के मंचर सीता जन्म और ताड़का वध की लीला का मंचन कर भगवान राम के पुरुषार्थ एवं लोक कल्याणकारी संघर्षमय जीवन का शुभारंभ किया तथा राजधर्म का आदर्श प्रस्तुत कर राजसत्ता को कर्मनिष्ठ बनने का संदेश दिया। रविवार को धनुष यज्ञ तथा लक्ष्मण परशुराम संवाद का दर्शन कराया जाएगा। लीला का शुभारंभ राजा जनक के राज्य में पड़े सूखे की स्थिति और जनता में फैली भुखमरी से किया गया। दर्शाया गया कि राजा के मंत्री जनता की सही जानकारी राजा तक नहीं पहुंचाते हैं। राजा जनक ने स्वयं हल चलाया और दिव्य रूप में सीता की प्राप्ति हुई। उधर अयोध्या में ऋषि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को समाज विरोधी तत्वों के दमन के लिए मांगा। दैवीय शक्ति से पुत्र और पुत्री के पिता बने दोनों राजाओं ने अपने राजधर्म का पालन किया। रामलीला का यह संदेश राजसत्ता में हो रहे नैतिक पतन को रोकने के लिए अनुकरणीय होगा। श्रीरामलीला कमेटी ने अपने धर्म और अध्यात्म में निपुण नीति नियंताओं के माध्यम से ऐसे प्रेरणादायी प्रसंगों को सम्मिलित किया है। जिनमें प्रजा से लेकर राजा तक समाज के सभी वर्गों को कर्तव्य पालन क

132 केवीए सब स्टेशन में लगी आग,कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू

  हरिद्वार। शनिवार की सवेरे फाउण्ड्री गेट के समीप भेल के 132 केवीए सब स्टेशन में आग लग गयी। सूचना पर पहुंचे फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शनिवार सवेरे मायापुर फायर स्टेशन को भेल फाउण्ड्री में एक बिल्डिंग में आग लगने की सूचना मिली। सूचना पर फायर स्टेशन के प्रभारी अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में एक फायर यूनिट मौके पर भेजी गयी। मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने निरीक्षण किया तो पता चला कि आग 132 केवीए सब स्टेशन के कंट्रोल पैनल में लगी है। आग तेजी से स्टोर की और बढ़ रही थी। फायर यूनिट ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आग को बुझाना शुरू किया। आग की विकरालता को देखते हुए एक अतिरिक्त मोटर फायर इंजन मायापुर स्टेशन से व दो फायर इंजन सीआईएसएफ से मंगवाए गए। आग इतनी विकराल थी कि गाड़ियों में पानी खत्म हो गया और इंडेन गैस प्लांट बहादराबाद से पानी लाकर फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से कंट्रोल पैनल जलने के अलावा कोई क्षति नहीं हुई। 

दशरथ दरबार, श्रवण कुमार लीला का मंचन किया

 हरिद्वार। श्री रामलीला नाट्य मंचन समिति सेक्टर 4 के मंच पर शुक्रवार की रात्रि दशरथ दरबार,श्रवण कुमार लीला का सुंदर मंचन किया गया। भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग रामलीला देखने पहुंचे। श्रवण कुमार के पात्र में पंकज जैन, श्रवण कुमार के माता पिता के रूप में एसपी सेमवाल व सूरज, राजा दशरथ के किरदार में सुशील त्रिपाठी के जीवंत अभिनय ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप सैनी एवं सचिव अवधेश सिंह ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के आधुनिक दौर में भी रामलीला दर्शन के लिए भारी संख्या में दर्शकों का पहुंचना कलाकारों का उत्साहवर्द्धन करता है। इस अवसर पर उपाध्यक्ष उमेश पाठक,लीला संयोजक रमेश सिंह,मनीषा मणि त्रिपाठी, सीनियर कलाकार राजेंद्र मौर्य,अजीत सिंह,राजवीर,राजेश्वरी शर्मा,अमरीश कुमार, कैलाश भंडारी, आशुतोष शर्मा,अतुल चौहान, प्रवीण कपिल,श्याम कश्यप,महेश सैनी, कुलभूषण यादव उज्जवल, परमेश्वर,प्रातुल,मोहित शर्मा,यतेंद्र शर्मा,शशिकांत,सुमित,आयुष कश्यप,रवि कश्यप,सूरज,वंश, शशि, नागेंद्र आदि मौजूद रहे। 

गंगाद्वार, हरिद्वार में मिला, 4170 लावारिस आत्माओं को मोक्ष

’श्री देवोत्थान सेवा समिति (रजि) का 21वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा का समापन   हरिद्वार। गंगा द्वार, हरिद्वार में 4170 लावारिस आत्माओं को मोक्ष मिल ही गया। श्री देवोत्थान सेवा समिति (रजि) नई दिल्ली 4115 व सोलानी श्मसान समिति, रूड़की की ओर से 55  लावारिस आत्माओं की अस्थियों को कनखल सती घाट पर पूर्ण विधि-विधान से मां गंगा की गोद में विसर्जित किया गया। इसी के साथ श्री देवोत्थान सेवा समिति, नई दिल्ली की ओर  21 वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा को संस्था की वरिष्ठ उपाध्यक्ष जूही नरेंद्र, सचिव आरडी मिश्रा एवं कार्यकारिणी सदस्य अमरनाथ बंसल को समर्पित करते हुए उनकी अस्थियां भी गंगा में प्रवाहित की गई। इस मौके पर विजय शर्मा ने बताया कि पिछले 20वर्षो में संस्था की ओर से एक लाख पचपन हजार तीन सौ छियालिस (155346) अस्थियों को गंगा में प्रवाहित कराया जा चुका है। गौरतलब है कि पितृपक्ष, श्राद्ध पक्ष की सबसे बड़ी यात्रा 21वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा समापन देश के विभिन्न श्मशान घाटों से एकत्रित लावारिस आत्माओं के अस्थि कलशों के मोक्षदायिनी मां गंगा में विसर्जन के साथ संपन्न हो गया। इस पुण्य कार्य के लिए दिल्ली

इन मुख्य मेधावी छात्र-छात्राओं को मिला प्रोत्साहन

 इस वर्ष की हाईस्कूल की परिषदीय परीक्षा में विद्या भारती के 62 छात्र छात्राओं ने प्रथम 25 में स्थान प्राप्त किया और इंटरमीडिएट की परिषदीय परीक्षा में 35 छात्र छात्राओं ने प्रथम 25 में स्थान प्राप्त किया। हाईस्कूल की परिषदीय परीक्षा में विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मण्डलसेरा, बागेश्वर की बहन रवीना कोरंगा ने प्रदेश की मेरिट सूची में तीसरा स्थान, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी की ’ समीक्षा’ ने और माई गोविंद गिरी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बेलनी रुद्रप्रयाग की बहन तनुजा ने छठी रैंक, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी की बहन तनुजा ने सातवीं रैंक, विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मण्डलसेरा बागेश्वर की बहन कुमकुम चौबे ने आठवीं रैंक, खोलिया विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गरुड़ बागेश्वर के भैया अभय उपाध्याय ने आठवीं रैंक, विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज रानीधारा अल्मोड़ा के भैया राजकमल प्रसाद ने 9 वी रैंक और रामलाल सिंह चौहान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जसपुर उधम सिंह नगर के भैया देवेश सिंह ने 10 वीं रैंक प्राप्त की और इंटरमीडिएट की पर

शिक्षा के साथ संस्कार देने के मन्दिर है विधा भारती के स्कूल: डॉ धनसिंह रावत

 ‘‘शिक्षा मंत्री ने बोर्ड टॉपर्स को किया सम्मानित‘‘  हरिद्वार। भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड द्वारा आज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मायापुर हरिद्वार में उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 की वरीयता सूची में प्रथम 25 स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्या भारती के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदेश की मेरिट सूची में सबसे अधिक स्थान प्राप्त किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विद्या भारती राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री यतींद्र शर्मा, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ एनएस भंडारी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक युद्धवीर, और विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक डॉ विजयपाल सिंह द्वारा सामूहिक रूप से मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके की गई। मुख्य अतिथि शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा की विद्या भारती केवल शिक्षा के साथ संस्कार देने का कार्य भी कर रही है। इन विद्यालयों में सभी वर्गों के छात्र-छा

जाग्रत आत्माओं को पुकार रहा है यह समय: डॉ चिन्मय पण्ड्या

शांतिकुंज में पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुनर्बोध शिविर का समापन  हरिद्वार।गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में चल रहे पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुनर्बोध शिविर का आज समापन हो गया। इस शिविर में कुल तेरह सत्र हुए। बारह राज्यों से आये दो सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। शिविर के विदाई सत्र को संबोधित करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि यह वर्ष नारी सशक्तिकरण वर्ष है। देश भर में नारी जागरण के अलावा नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ आदि सहित विविध रचनात्मक आयोजनों को गति प्रदान करना है। श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि गायत्री परिवार की संस्थापिका परम वन्दनीया माता भगवती देवी शर्मा जी की जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक एक सभ्य और विकसित समाज का गठन कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। इससे पूर्व शिविर को संबोधित करते हुए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि आज समय पुकार रहा है कि जाग्रत आत्माएँ आगे बढें और समाज को विकसित करने की दिशा में कार्य करें। स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन सहित सभी क्षेत्रों में ऐसे जाग्रत आत्माओं की नितांत आवश्यकता है,जो