हरिद्वार। रमाबाई अंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजूसिंह बिराठिया के आवास पर संगठन के सदस्यों ने जयंती पर डा.अंबेडकर को नमन किया। डा.भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए राजूसिंह बिराठिया ने कहा कि समाज में दलित वर्ग को समानता दिलाने तथा अलग राजनैतिक पहचान के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले डा.भीमराव अंबेडकर का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है। दलित वर्ग से होने के चलते उन्हें स्कूल व सामाजिक जीवन में काफी भेदभाव का सामना करना पड़ा। इसी भेदभाव ने उन्हें संघर्ष के लिए प्रेरित किया। दलित, और समाज के पिछड़े समुदाय को आरक्षण और मंदिरों में प्रवेश का अधिकार तथा छुआ-छूत खत्म करने के लिए किया गया उनका संघर्ष सफलता की अद्भूत मिसाल है। उनके विचार हमेशा ही समाज को प्रेरित करते हैं। बाबा साहेब का मानना था कि शिक्षा ही सभी समस्याओं का एक मात्र समाधान है। इसीलिए उन्होंने समाज को शिक्षित बनो का मंत्र दिया। बिना शिक्षा हासिल किए अपने अधिकारों को प्राप्त नहीं किया जा सकता। डा.अंबेडकर इसका साक्षात उदाहरण हैं। शिक्षा के बल पर ही वे दलितों को उनके अधिकार दिलाने में सफल रहे। इस दौरान राकेश कुमार, जयपाल सिंह, रामपाल, रूमा, रामकुमार राणा, बाबूराम आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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