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पत्रकार रोहित सिखौला की माता के निधन पर पत्रकारों में शोक की लहर

 कनखल श्मशान घाट पर बड़ी संख्या में लोगों ने दी अन्तिम विदाई हरिद्वार। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार रोहित सिखौला की दिवंगत माता श्रीमति सविता देवी सिखौला का अन्तिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ कनखल श्मशान घाट पर कर दिया गया। मुखाग्नि उनके पुत्र रोहित सिखौला ने दी। अन्तिम संस्कार में जिला प्रशासन से मनीष कुमार सिंह, कनखल थानाध्यक्ष भावना कैंथोला,जिला सूचना कार्यालय से अभिषेक, के अलावा वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखौला,सुनील दत्त पाण्डे,प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा, राहुल वर्मा, धमेंन्द्र चौधरी, दीपक नौटियाल,नरेश दीवान शैली,अमित गुप्ता ने श्रद्धांजलि अर्पित की। ज्ञात रहे कि श्रीमती सविता सिखौला का गत दिवस हद्याघात से आकस्मिक निधन हो गया था। अन्तिम संस्कार के मौके पर बड़ी संख्या में पत्रकारों,तीर्थपुरोहितों,राजनीतिज्ञों के अलावा कई गणमान्य लोंगों सहित बड़ी संख्या में पुरोहित समाज व श्री गंगा सभा के पदाधिकारी शामिल रहे। वही दूसरी ओर वरिष्ठ पत्रकार रोहित सिखौला की माता श्रीमती सविता देवी सिखौला के आकस्मिक निधन पर जिला प्रैस क्लब हरिद्वार रजि.ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

कल्पवृक्ष के समान है श्रीमद्भावगत कथा-स्वामी भास्करानंद

 हरिद्वार। महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी भास्कारानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान है। कथा के श्रवण और मनन से सभी इच्छाओं को पूरा किया जा सकता है। सप्तसरोवर मार्ग स्थित अखण्ड दयाधाम में गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट इंदौर की और से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्रद्धालु भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की महारास लीला का वर्णन करते हुए स्वामी भास्करानंद ने बताया कि रास जीव के शिव से मिलन की कथा है। भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। महारास में पांच अध्याय हैं। उनमें गाये जाने वाले पंच गीत, भागवत के पंच प्राण हैं,जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है। वह भव सागर से पार हो जाता है। उसे वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती हैं। भगवान श्रीकृष्ण के विवाह का प्रसंग को सुनाते हुए स्वामी भास्करानंद ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह रुक्मणि के साथ संपन्न हुआ। रुक्मणि स्वयं साक्षात लक्ष्मी है और वह नारायण से दूर रह ही नही सकती। यदि जीव अपने धन अर्थात लक्ष्मी को भगवान के काम में लगाए और लक्ष्मी नारायण

निरंकारी मिशन ने किया मानव एकता दिवस एवं रक्तदान शिविर का आयोजन

  हरिद्वार। निरंकार प्रभु ने हमें जो मानव जीवन दिया है। इसका प्रत्येक पल मानवता के प्रति समर्पित हो सके। परोपकार का ऐसा सुंदर भाव जब हमारे हृदय में उत्पन्न हो जाता है तब वास्तविक रूप में समूची मानवता हमें अपनी प्रतीत होने लगती है। फिर सबके भले की कामना ही हमारे जीवन का लक्ष्य बन जाता है। उक्त उद्गार सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज ने शाहपुर शीतला खेड़ा में आयोजित ‘मानव एकता दिवस’ के अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। माता सुदीक्षा महाराज ने कहा कि मानव एकता दिवस बाबा गुरबचन सिंह की मानवता के प्रति की गयी उनकी सच्ची सेवाओ को समर्पित है। जिससे निरंकारी जगत का प्रत्येक भक्त प्रेरणा लेकर अपने जीवन का कल्याण कर रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा का भाव सदैव निष्काम ही रहा है। ऐसी भावना जब हमारे मन में बस जाती है। तब हमारा जीवन वास्तव में मानवता के कल्याणार्थ समर्पित हो जाता है। हमारी सेवा भावना साकार एवं कर्म रूप में समस्त मानव परिवार के लिए वरदान बन जाती है। मानव एकता दिवस के अवसर पर संत निरंकारी मिशन की सामाजिक संस्था संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की और से रक्तदान शिविर का आ

गायत्री मंत्र की महिमा अपरंपार है-स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती

 हरिद्वार। श्रीगीता विज्ञान आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि गायत्री मंत्र की महिमा अपरंपार है। गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से तन,मन और अंतःकरण पवित्र हो जाते हैं। राजा गार्डन स्थित श्रीहनुमत गौशाला में आयोजित श्रीगायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गायत्री मंत्र किसी धर्म विशेष ही नहीं बल्कि संपूर्ण सृष्टि के लिए कल्याण कारक है। गायत्री मंत्र के साथ दी गई आहुति से विश्व कल्याण के लिए सकारात्मक वातावरण का सृजन होता है। दिल्ली,पंजाब,हरियाणा,गुजरात एवं उत्तर प्रदेश से आए श्रद्धालुओं के साथ ही बड़ी संख्या में पूर्णाहुति करने पहुंचे स्थानीय गणमान्य नागरिकों को भाग्यशाली बताते हुए उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थल और गंगा तट पर गौशाला में किया गया गायत्री महायज्ञ निश्चित ही विश्व कल्याण के लिए उत्तम कारक बनेगा। अग्नि देवता और यज्ञ भगवान की महिमा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि यज्ञ के सम्मुख संयुक्त रूप से लिया गया संकल्प कल्याणकारी होता है और जो दूसरों का कल्याण चाहते हैं भगव

पूर्व सांसद,भाजपा प्रत्याशी की अस्थियां गंगा में प्रवाहित

  हरिद्वार। लोकसभा के प्रथम चरण में सम्पन्न चुनाव में मुरादाबाद (ठाकुरद्वारा) से पूर्व सांसद व भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रहे स्व०ठाकुर सवेश सिंह की अस्थियां विधि विधान के साथ नमामि गंगा घाट पर गंगा में उनके पुत्र सुशांत सिंह ने प्रवाहित की। बतातें चलंे कि स्व.ठाकुर सर्वेश सिंह का मतदान के एक दिन बाद हदृयाघात से आकस्मिक मौत हो गयी। बुधवार को अस्थि प्रवाह किया गया। इससे पूर्व मुरादाबाद से उनके अस्थि कलश यात्रा हरिद्वार के लिए रवाना हुयी,जिस पर विभिन्न मार्गों पर श्रद्धाजलि अर्पित की। अस्थि कलश यात्रा मे बडी संख्या मे उनके समर्थकों ने अपने नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किये। ज्ञात रहे कि सवेश सिंह क्षेत्र के कददावर नेता रहे। श्रद्धाजलिं देने वालों मे उनके समधी संजीव कौशल,आशुतोष शर्मा, भूषण ननकानी,भारत भूषण शर्मा,विवेक मिश्रा,अधीर कौशिक,उत्तम सिंह चौहान एडवोकेट सहित हरिद्वार व रुडकी से विभिन्न संगठनों से जुड़े पद्वाधिकारी शामिल हुए।

श्री मिथिलेश सनातन धर्म इंटर कॉलेज कनखल में मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव,

  हरिद्वार। आज हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा (पंजाब) नई दिल्ली द्वारा संचालित श्रीमिथिलेश सनातन धर्म इंटर कॉलेज सतीघाट कनखल में हनुमान चालीसा का छात्र-छात्राओं ने सामूहिक रूप से पाठ किया। इस अवसर पर कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर और श्री राम दरबार व मां सरस्वती के चित्र पर मल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या मीनाक्षी शर्मा प्रबंध समिति के सदस्य डॉ राधिका नागरथ,मनोज खन्ना,सुनील पांडे,शिक्षक गगन वीर, रूपाली राजपूत,कृष्णानंद जोशी,राधा शर्मा,रश्मि शर्मा,मनोज शर्मा,विशाल सक्सेना,मधु बिष्ट, राकेश नितिन,प्रीति आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर श्रीसनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि कलयुग में प्रत्यक्ष देव हनुमान जी है। जो भक्तों के कष्टों को हरने वाले हैं और हनुमान जी चौतन्य देव हैं। इस अवसर पर कनखल स्थित हरिगंगा अपार्टमेंट के प्रांगण में बने मंदिर में 21ब्राह्मणों ने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया।

सुक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर भक्तों का उद्धार करते हैं भगवान हनुमान-श्रीमहंत रविंद्रपुरी

 हरिद्वार। कुशावर्त घाट के निकट प्राचीन हनुमान मंदिर में महावीर बजरंग बली का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर हर्षोल्लास के साथ शोभायात्रा निकाली गई। जिसका जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। भक्तों ने भगवान हनुमान को नमन किया और सुख शांति की कामना की। मुख्य अतिथि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर विशेष आरती कर विश्व कल्याण और सुख समृद्धि की कामना की। हनुमान मंदिर से शोभायात्रा की शुरुआत हुई। सब्जी मंडी,विष्णु घाट,राम घाट होते हुए पोस्ट ऑफिस और फिर यहां से अपर रोड होकर हरकी पैड़ी,बड़ा बाजार,मोती बाजार से होते हुए वापस प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। भगवान हनुमान की पालकी शोभायात्रा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पानीपत हरियाणा से लाया गया बजरंग बली का स्वरूप आकर्षण का केंद्र बना रहा। मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि बजरंग बली का नाम जपने मात्र से ही व्यक्ति के दुख दर्द दूर हो ज

आसुरी शक्तियों से रक्षा के लिए पृथ्वी पर अवतार लेते हैं भगवान-स्वामी भास्करानंद

 हरिद्वार। महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी भास्कारानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण और आयोजन करना कल्याणकारी है। सप्त सरोवर मार्ग स्थित अखण्ड दयाधाम में गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट इंदौर की और से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी भास्करानंद महाराज ने श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि जब-जब पृथ्वी पर आसुरी शक्तियों का आतंक और अत्याचार बढ़ता है। तब-तब मानवता की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेकर पृथ्वी पर आते हैं। कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान नारायण ने श्रीकृष्ण के रूप में पृथ्वी पर अवतार लिया। कंस ने श्रीकृष्ण को मारने के अनेक प्रत्यन किए। श्रीकृष्ण को मारने के लिए उसने पूतना समेत अनेक राक्षसों का भेजा। लेकिन श्रीकृष्ण की लीलाओं से पार नही पा सके। श्रीकृष्ण ने कंस और उसके राक्षसों का वध कर मानवता को अत्याचारों से मुक्ति दिलायी। स्वामी भास्कारानंद महाराज ने कहा कि भक्त और भगवान की कथा श्रीमद्भागवत कथा को पांचवा वेद कहा गया है। कथा श्रवण के प्रभाव से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासतौर पर गंगा तट पर संतों के सानिध्य मे

हनुमान जंयती पर जूना अखाड़े के संतों ने निकाली शोभायात्रा

 हरिद्वार। हनुमान जयंती के पर्व पर श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के दुख हरण हनुमान मंदिर में पवन पुत्र हनुमान की विशेष पंचरात्र पूजा अर्चना कर नया चोला चढा कर अभिषेक किया गया। इससे पूर्व जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी,श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी,श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती,श्रीमहंत पूर्ण गिरी,श्रीमहंत पशुपति गिरी,कोठारी महंत महाकाल गिरी,महंत गोविंद गिरी,महंत धीरेंद्र पुरी,महंत ग्वालापुरी,महंत रतन गिरी आदि के संयोजन में नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। बैंड बाजों तथा सुंदर झांकियों के साथ शोभायात्रा में हरियाणा पंजाब के अतिरिक्त सैकड़ो स्थानीय श्रद्धालुओं ने भाग लिया। हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में श्री दुख हरण हनुमान मंदिर में गत दो दिनों से चल रहे सुंदरकांड का समापन किया गया तथा विशिष्ट यज्ञ किया गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज तथा दुख हरण हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत आनंद गिरि के संयोजन में एक विशाल संत सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जूना अखाड़े के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमहंत केदारपुरी महाराज की

भगवान हनुमान की कृपा से बन जाते हैं बिगड़े काम-स्वामी संतोषानंद देव महाराज

  हरिद्वार। हनुमान जयंती के अवसर पर अवधूम मण्डल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर में विशेष पूजा अर्चना,संत सम्मेलन,रक्तदान एवं स्वास्थ्य जांच शिविर और भजन संध्या का आयोजन किया गया। आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर डा.स्वामी संतोषानंददेव महाराज के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त और संतजन शामिल हुए। श्रद्धालु भक्तों ने आश्रम में स्थित पौराणिक दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर मंगलकामना की। संत सम्मेलन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर डा.स्वामी संतोषानंददेव महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में राम भक्त बजरंग बली को सात चिरंजीवियों में एक माना जाता है। हनुमान जी कलयुग में भी जीवित हैं। बल बुद्धि और विद्या देने वाले हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। उन्होने कहा कि सभी को पूर्ण विधि विधान से हनुमान जी की आराधना और पूजन करना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति विश्व की सबसे महान संस्कृति है। प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त बजरंग बली सदैव भक्तों की रक्षा करते हैं।

जन-जन के आराध्य हैं बजरंग बली हनुमान-श्रीमहंत रविंद्रपुरी

 श्री बालाजी धाम में धूमधाम से मनायी गयी हनुमान जयंती हरिद्वार। श्यामपुर कांगड़ी गाजीवाली स्थित श्री बालाजी धाम में हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज के संयोजन में हनुमान जयंती का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भव्य शोभयात्र का आयोजन भी किया गया। श्री बालाजी धाम से शुरू हुई भव्य झंांकियों व बैण्डबाजों से सुसज्जित शोभायात्रा भ्रमण के पश्चात वापस धाम पर पहुंचकर संपन्न हुई। श्रद्धालु भक्तों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा का शुभांरभ महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने पूजा अर्चना और नारियल फोड़कर किया। इस दौरान सभी को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान हनुमान आसुरी शक्तियों का नाश कर भक्तों को अभय प्रदान करते हैं। प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त बजरंग बली हनुमान जन-जन के आराध्य हैं। हनुमान जी बल,बुद्धि और विवेक के प्रतीक तथा आदर्श मित्र हैं। रामकाज के लिए धराधाम पर अवतरित हुए हनुमान जी कलयुग में भक्तों क

सरस्वती विद्या मंदिर में मनायी गयी हनुमान जयंती

 हरिद्वार। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में हनुमान जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल एवं विद्यालय के आचार्य तिग्मांशु बड़ोनी ने माँ सरस्वती एवम हनुमान जी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राओं ने हनुमान चालीसा का पाठ तथा भजन प्रस्तुत किए। आचार्य तिग्मांशु बड़ोनी ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। हनुमान जी कलयुग के सबसे प्रभावशाली देवताओं में से एक एक हैं। उन्होंने बताया कि रावण ने अपनी मोक्ष प्राप्ति हेतु शिवजी से वरदान मांगा की उन्हें मोक्ष प्रदान करने हेतु कोई उपाय बताए। तब शिवजी ने राम के हाथों मोक्ष प्रदान करने के लिए लीला रचि। शिवजी की लीला के अनुसार उन्होंने हनुमान के रूप में जन्म लिया ताकि रावण को मोक्ष दिलवा सके। प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा कि हनुमान जी भक्ति, शक्ति, विनम्रता,बुद्धि और सहजता जैसे अनेक गुणों के धनी हैं। वे भक्तों के लिए प्रेरणा, सुरक्षा, आदर्श, मार्गदर्शक और सुलभ देवता हैं। पवनपुत्र हनुमान व्यक

श्रद्धा भाव से मनाया गया चंडी चौदस का पर्व

 हरिद्वार। धर्मनगरी में चंडी चौदस का पर्व धूमधाम व श्रद्धा भाव से मनाया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तो ने नील पर्वत स्थित चंडी देवी मंदिर में दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी के सानिध्य में मां चंडी देवी के निमित्त विशेष हवन किया गया। हवन के उपरांत श्रद्धालु भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। महंत रोहित गिरी ने कहा कि मां चंडी देवी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। मां चंडी देवी की आराधना से सभी संकट दूर होते हैं। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि समस्त जग का कल्याण करने वाली मां चंडी देवी आसुरी शक्तियों से भक्तों का संरक्षण कर सभी कष्टों का निवारण करती है। नियम पूर्वक चंडी देवी की आराधना करने से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। 

मित्र यदि अच्छा मिल जाए तो जीवन की सारी दुश्वारियां दूर हो जाती हैं:स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती

 हरिद्वार। सुंदरकांड की कथा इतनी सुंदर है कि जो व्यक्ति इस कथा का श्रवण कर लेता है उसका शेष जीवन सुंदरता से ओतप्रोत हो जाता है। उक्त विचार श्रीगीता विज्ञान आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने राजा गार्डन स्थित श्रीहनुमत गौशाला के सत्संग हाल में हनुमान जयंती के उपलक्ष में आयोजित पाटोत्सव में भक्तों के जीवन में सुख एवं समृद्धि का समावेश करने के संसाधनों पर चर्चा करते हुए व्यक्त किये। सुंदरकांड को श्रीरामचरितमानस का सर्वाेत्तम अध्याय बताते हुए स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती ने कहा कि मित्र यदि अच्छा मिल जाए तो जीवन की समस्त दुष्वारियां दूर हो जाती हैं, और हनुमान जी ने जब सुग्रीव की भगवान राम से मित्रता करायी तो दोनों के जीवन की खुशियां लौट आयीं, यह हनुमान जी की निष्काम सेवा थी जो वेदांत का सिद्धांत है। भगवान साकार भी हैं और निराकार भी, वे सगुण भी हैं और निर्गुण भी, क्योंकि भगवान का नाम ही अमृत है। जिसे पीते ही व्यक्ति अमर हो जाता है। व्यक्ति यदि यह समझ ले कि भगवान मेरे हैं और मैं भगवान का हूं, क्योंकि आत्मा परमात्मा का अंश है जो अजर अमर है। व्यक्ति जब स्वयं क

बालरूप हनुमान की साधना से सभी मनोरथ पूणर्ः स्वामी आलोक गिरी

  हरिद्वार। स्वामी आलोक गिरी महाराज ने कहा कि कलयुग में हनुमान की उपासना सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाली है। हनुमान जयंती का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन हनुमान की पूजा के लिए समर्पित है। हनुमान जयंती चौत्र मास के दौरान शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान हनुमान के बाल रूप की पूजा करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है। गौरतलब है कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी जगजीतपुर-जमालपुर रोड पर फुटबॉल ग्राउंड के समीप स्थित श्रीबालाजी धाम सिद्धबलि हनुमान-नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में श्री हनुमान प्रकटोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जा रहा है। कार्यक्रम संयोजक महंत आलोक गिरी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार,22 अप्रैल को शोभायात्रा के साथ होगी। इसके उपरांत अखंड रामायण पाठ शुरू होगा। अगले दिन मंगलवार 23 अप्रैल को पूर्णाहुति हवन के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। पुजारी बाबा मनकामेश्वर गिरी महाराज के साथ भक्तों की टोली कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी है।

सत्संग से बदल जाता है मनुष्य का जीवन-स्वामी भास्करानंद

 हरिद्वार। महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी भास्करानंद महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही मुक्ति पाने का एक मात्र उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। सप्त सरोवर मार्ग स्थित अखण्ड दयाधाम में अखण्ड दया धाम वृन्दावन एवं गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट इंदौर की और से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन की कथा का श्रद्धालु भक्तों को श्रवण कराते हुए महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी भास्करानंद महाराज ने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। क्रोध,लोभ,मोह,हिंसा,संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। श्रद्धालु भक्तों से भगवत कीर्तन करने,ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान करते हुए कहा कि गंगा की भांति अविरल बहने वाली श्रीमद्भावगत कथा से प्राप्त ज्ञान और शिक्षाओं का अनुसरण करने

सबको निसंकोच भाव से रक्तदान करना चाहिए-चिरंजीवी

भारत विकास परिषद जाह्नवी शाखा ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन  हरिद्वार। भारत विकास परिषद जाह्नवी शाखा की ओर से रानीपुर मोड़ स्थित मधुबन होटल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में रक्तदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए रक्तदान किया। सुबह से शाम तक चले शिविर में करीब 200रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। अतिथियों ने रक्तदाताओं का हौंसला बढ़ाया और उन्हें आगे भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया। मुख्य वक्ता आरएसएस विभाग प्रचारक चिरंजीवी ने कहा कि महिलाओं की ओर से आयोजित यह कार्यक्रम एक आदर्श कार्यक्रम है। क्योंकि महिलाएं जो भी कार्य करती हैं। उसके संस्कार वो आने वाले समाज पर भी डालती है। इसलिए रक्तदान का ये भाव एक महान् कार्य है। कहा कि कुछ लोग रक्तदान करने से डरते है,जबकि निःसंकोच रक्तदान करना चाहिए। मुख्य अतिथि श्रीगंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि रक्तदान एक ऐसा महान दान है। जिससे किसी का जीवन बचता है। आरएसएस जिला संघचालक डा.यतिंद्र नाग्यान व विशिष्ट अतिथि अनिल अरोड़ा ने कहा कि इस प्रकार के शिविर का आयोजन समय समय पर होना चाहिए। रक्तदान किसी एक व्यक्ति की जान को तो बचाता ही है ब

निर्मल विरक्त कुटिया में किया धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन

 हरिद्वार। कनखल स्थित निर्मल विरक्त कुटिया गुरुद्वारे में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बैसाखी पर्व के उपलक्ष्य में सत्संग व कीर्तन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देहात और शहरी क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए और गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब के आगे माथा टेका। इस अवसर पर बाबा पंडत ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने बैसाखी पर खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने देश और धर्म के लिए अपने वंश का बलिदान दिया। सिक्ख समाज सेवा के लिए जाना जाता है। जो भी गुरुओं की वाणी का श्रवण करता है और उसे अपने जीवन में अमल करता है उसका जीवन सफल हो जाता है। सूबा सिंह ढिल्लो ने कहा कि ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारे के लिए उच्च न्यायालय द्वारा सरकार को स्थान के लिए आदेश दिया गया है। जल्द ही मूल स्थान पर गुरुद्वारा बनाने की अनुमति प्रदान की जाए। गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी सिक्ख समाज के लिए बहुत पवित्र है। सरकार धार्मिक भावनाओं को समझे और स्थान दे। इस दौरान मालक सिंह रागी जत्था पौंटा साहिब ने कीर्तन से सभी को निहाल किया। कथा वाचक ज्ञानी जसविंदर सिंह मुजफ्फरनगर वाले ने गुरुओं की कथा सुनाई। कार्यक्रम में बाबा सुलतान

पूर्व मुख्यमंत्री ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर कुंवर सिंह भंडारी को किए श्रद्धा सुमन अर्पित

  हरिद्वार। पूर्व सीएम व हरिद्वार संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सोशल मीडिया इंचार्ज सुबोध सिंह भंडारी के पिता कुंवर सिंह भंडारी का शनिवार को खड़खड़ी स्थित शमशान घाट पर वैदिक विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनकी पार्थिव देह को उनके बड़े बेटे प्रमोद भण्डारी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान बड़ी संख्या में स्व.कुंवर सिंह भंडारी के परिचितों व परिजनों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अंतिम विदाई दी। हरिद्वार सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सोशल मीडिया इंचार्ज सुबोध सिंह भंडारी के पिता कुंवर सिंह भंडारी का बीते रोज देर शाम आकस्मिक निधन हो गया था। उनका अंतिम सस्कार आज खड़खड़ी स्थित शमशान घाट पर वैदिक विधि विधान के साथ किया गया। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुंवर सिंह भंडारी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वर्गीय कुंवर सिंह भंडारी की आत्मा की शांति के लिए माँ गंगा से प्रार्थना की एवं शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया। इस मौके पर विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला,पृथ्वीराज चौहान,वीरेन्

बाबा रामदेव ने बीमार वृद्धा को दिया उपचार कराने का आश्वासन

  हरिद्वार। कनखल दादूबाग स्थित मतदान केंद्र पर वोट डालकर वापस लौट रहे योग गुरू स्वामी रामदेव को वृद्ध माता सावित्री देवी ने उन्हें अपनी बीमारी के बारे में बताया। वृद्धा की बात सुनकर बाबा रामदेव ने उन्हें गले लगाया और उपचार का आश्वासन दिया। शुक्रवार को मतदान दिवस पर बाबा रामदेव दादूबाग स्थित अपने मतदान केंद्र पर आचार्य बालकृष्ण के साथ मतदान करने पहुंचे। मतदान के पश्चात जब बाबा रामदेव वापस लौटने लगे तो मतदान करने आयी कनखल निवासी वृद्धा माता सावित्री देवी ने उन्हें रोककर बताया कि बीमारी के चलते वे काफी परेशान हैं। काफी इलाज के बाद भी आराम नहीं मिल रहा है। इस पर बाबा रामदेव ने उन्हे गले लगा लिया और कहा कि चिंता मत करो आप बिल्कुल ठीक हो जाओगी। किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो निसंकोच उन्हें बताना। मां गंगा की कृपा से आपका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक हो जाएगा। माता जी हम उपचार में आपकी पूरी मदद करेंगे।