हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने कहा है कि जनपद में टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। आगामी कुंभ के दृष्टिगत कोविड केयर सेन्टर को बढाया जाएगा। बुधवार को मेला नियंत्रण कक्ष (सीसीआर) में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। पत्रकारों द्वारा टेस्टिंग के सम्बन्ध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में जिलाधिकारी ने बताया कि एक प्राइवेट आरटीपीसीआर लैब विनय विशाल रूड़की में आ चुकी है, इसके अतिरिक्त एक सरकारी आरटीपीसीआर लैब जल्द ही स्थापित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जनपद में आरटीपीसीआर एवं मोबाइल लैब का ढांचा तैयार है, स्वीकृति मिलते ही इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 संबंधी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कहा कि विभिन्न स्टेकहोल्डर्स/होटल/व्यापारी/आश्रम/धर्मशाला संचालकों आदि को ट्रेनिग देंगे। आरिएंटेशन कार्यक्रम किये जा रहे हैं। प्रत्येक संस्थान में क्या डिसप्ले किया जाना है, इसकी जानकारी दी जाएगी, जिससे कोविड संक्रमण से बचाव संबंधी जानकारी लोगों के साथ साझा की जा सके। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। आगामी कुंभ के दृष्टिगत कोविड केयर सेन्टर को बढाया जाएगा। जनपद में कोविड संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि कोविड संबंधी गाइडलाइन का अनुपालन सभी के लिए आवश्यक हैं। कुछ जगह पर शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जा रही है। जनपद में साॅलिड वेस्ट एवं बाॅयो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट पर जिलाधिकारी ने कहा कि हम एक कार्ययोजना बना रहे हैं, जिसके अनुसार जो इंडस्ट्री जितना वेस्ट जनरेट करेगी, उसी अनुसार उसकी धनराशि तय की जाएगी, जो धनराशि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट फंड में जमा करनी होगी। इस संबंध में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक सोसायटी गठित की जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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