कुम्भ मेला कार्यो में अनियमितता व भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस का धरना 4 को
हरिद्वार। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि अगामी कुम्भ मेला पूरी से दिशाहीन और अनियोजित खर्च करने के लिए जाना जायेगा। उन्होने कहा कि पूर्व में मेले के दौरान सैकड़ो लोगों का सफाई व्यवस्था के लिए रखा जाता रहा है,लेकिन इस बार घास बिछाने,पेंट कराने जैसे कार्यो में करोड़ो रूपये व्यय किये जा रहे है। आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग के मानको के विपरीत सर्दी के मौसम में तारकोल की सड़के बिछायी जा रही है। उन्होने कहा कि कुंभ महापर्व 2021 में परंपराओं व धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कहा कि भाजपा की तानाशाही सरकार किसी की बात सुनने को तैयार नही है। सरकार के इस दिशाहीन मेले व्यवस्था को लेकर कांग्रेसजन 4जनवरी को धरना प्रदर्शन करेंगे। शुक्रवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि 12 वर्ष के अंतराल पर लगने वाला कुंभ मेला सिर पर आ गया है। लेकिन मेला कार्य अब तक पूरे नहीं हो सके हैं। शासन की ओर से 31 दिसंबर तक सभी मेला कार्य पूरा करने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन अभी तक कुंभ का कोई कार्य पूरा नहीं हुआ है। जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त है। भूमिगत विद्युत लाइनों में फाल्ट आ रहा है। वहीं पीडब्ल्यूडी द्वारा मानकों के विपरित सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। शहर में कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इसके चलते शहर पर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि ज्वालापुर क्षेत्र की पूर्ण उपेक्षा की गई है। पूरे हरिद्वार जनपद को कुंभ मेला क्षेत्र में शामिल किया जाना चाहिए था। लेकिन कुंभ नगरी हरिद्वार के महत्वपूर्ण अंग ज्वालापुर को इससे बाहर कर दिया गया। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से उत्तराखंड के प्रति भेदभाव किया जा रहा है। कुंभ मेले की भी उपेक्षा की जा रही है। मेला बजट जारी करने में कोताही की जा रही है। एक ओर सरकार दिव्य और भव्य महाकुंभ के आयोजन की बात कर रही है। वहीं आमजन को कुंभ स्नान से वंचित करने का प्रयास चल रहा है। इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता 4 जनवरी को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अम्बरीष कुमार ने कहा कि सरकार हिटलर शाही पर उतारू है। किसान कड़ाके की ठंड में लगातार 35 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार को किसानों की तनिक भी चिंता नहीं है। पूर्व राज्यमंत्री डा.संजय पालीवाल ने कहा कि कुंभ मेला निधि से शहर में स्थाई कार्य किए जाने चाहिए थे। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कुंभ बजट को हरिद्वार के विकास पर खर्च किया जाना चाहिए। पूर्व में कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हरिद्वार को मेला अस्पताल एवं सीसीआर भवन का तोहफा दिया गया था। वर्तमान सरकार को मेला हस्पताल में सुविधाओं का विस्तार करनना चाहिए था ताकि स्थानीय लोगों को लाभ मिल सके। पत्रकार वार्ता के दौरान महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, मुरली मनोहर भी मौजूद रहे।
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