हरिद्वार। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी के निर्देशन में गुरुकुल परिसर, हरिद्वार द्वारा भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सा प्रणाली आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम अंतर्गत मकर संक्रांति 14 जनवरी को सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम ऑफलाइन एवं ऑनलाइन मोड में कोविड प्रोटोकॉल गाइडलाइन के अनुसार आयोजित किया जा रहा है। साथ ही परिसर के आयुर्वेदिक चिकित्सालय मैं जन सामान्य की सुविधा के लिए एवं कोविड महामारी से बचाव हेतु कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम का भी संचालन किया जा रहा है। साथ ही लोगों की सुविधा के लिए आर०टी०पी०सी०आर० तथा कोविड एंटीजन टेस्टिंग सुविधा भी उपलब्ध है। स्थानीय क्षेत्र वासियों से परिसर निदेशक प्रोफेसर पंकज शर्मा एवं शैक्षणिक अधीक्षक प्रोफेसर बालकृष्ण पवांर ने आवाहन किया कि गुरुकुल परिसर द्वारा उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा कर अपने एवं समाज को कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाएं। आयुर्वेदिक जीवन शैली खानपान एवं औषधियों के माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर अपने को संपूर्ण स्वस्थ बनाएं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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