हरिद्वार। देवभूमि भैरव सेना संगठन के जिला अध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने कहा है कि हरिद्वार तीर्थ की मर्यादा बनाए रखने के लिए संत समाज को आगे आना होगा। प्रैस को जारी बयान में चरणजीत पाहवा ने कहा कि हरिद्वार विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। लेकिन हरिद्वार की मर्यादा तार तार हो रही है। हरिद्वार तीर्थ स्थल के बजाए पर्यटक स्थल बनकर रह गया है। मां गंगा का खुलेआम अपमान किया जा रहा है। शहर में नशे का कारोबार गली गली में हो रहा है। अंग्रेजों के शासन काल में भी धर्म नगरी की मर्यादाओं का पालन होता था। लेकिन आज धर्मनगरी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उत्तराखंड में समस्त देवी देवता निवास करते हैं। लेकिन प्रदेश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। मां गंगा, गौमाता सुरक्षित नहीं है। इतिहास गवाह है कि सड़कों पर संघर्ष करने से ही सफलता मिलती है। यदि संत समाज सड़कों पर आ जाए तो हरिद्वार स्वर्ग बन जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment