हरिद्वार। फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष दैनिक समाचार पत्र के छायाकार संतोष उपाध्याय की माता का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। सोमवार को उनका कनखल शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। पत्रकार संतोष उपाध्याय की 68 वर्षीय माता विजय लक्ष्मी लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थी। रविवार की शाम उन्होंने गोल गुरूद्वार स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन पर पत्रकार जगत, राजनीतिक व समाजसेवा से जुड़े लोगों ने शोक व्यक्त किया है। क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा, प्रवीण झा, पत्रकार अमित शर्मा, मंजू नेगी, दीपक मिश्रा, चंद्रशेखर जोशी, प्रशांत शर्मा आदि ने ज्वालापुर स्थित आवास पर पहुंचकर शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। सोमवार को कनखल स्थित शमशान घाट पर पूर्व मेयर मनोज गर्ग, पंडित अधीर कौशिक, डा.विशाल गर्ग, संजय चोपड़ा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार स्व.विजय लक्ष्मी के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। मनोज रावत, रविन्द्र सिंह, वासुदेव राजपूत, शिवांग अग्रवाल, राजन सहगल, नरेश दीवान शैली, राजेश शर्मा, रामेश्वर गौड़, धर्मेन्द्र भट्ट, लव शर्मा, दीपक नौटियाल, श्रवण झा, महेश पारिख, तनवीर अली, शाहनवाज, वरिष्ठ छायाकार फकीरा खान, अमरीश कुमार, राजेश आदि ने भी निधन पर गहरा दुख जताते हुए ईश्वर से स्व.विजय लक्ष्मी की आत्मशांति की प्रार्थना की। जिला प्रैस क्लब अध्यक्ष राकेश वालिया, महामंत्री अनिल बिष्ट, विक्की सैनी, मनोज कश्यप, सनोज कश्यप आदि भी ने भी संतोष उपाध्याय की माता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए आत्मशांति की प्रार्थना की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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