हरिद्वार। गुरूकुल महाविद्यालय के प्रबंधनतंत्र का विवाद दिन ब दिन गहराता जा रहा है। गत दिवस भाजपा विधायक द्वारा नगर विकास मंत्री के खिलाफ रैली निकालने के बाद सोमवार को स्वयं को गुरूकुल महाविद्यालय अन्तरंग सभा के अध्यक्ष बताने वाले अजय सिंह चैहान ने विधायक यतिश्वरानंद के खिलाफ कई आरोप लगाते हुए उनके सम्पत्ति की ई.डी से जांच कराने की मांग कर दी। उन्होने कहा कि इस मामले में नगर विकासमंत्री मदन कौशिक का कोई लेना-देना नही है,फिजूल में ही उनके खिलाफ आरोप लगाये जा रहे है। आरोप लगाया कि विधायक लोगों को बरगालकर गत दिवस रैली निकालकर गुमराह करने का कार्य कर रहे है। उन्होने कहा कि विधायक चार वर्ष पूर्व ही अन्तरंग सभा ने सदस्य पद से भी हटा दिया,जिसके खिलाफ वे हाईकोर्ट गये,जहां पर पहले सिंगल बंेच फिर डबल बेंच ने याचिका खारिज कर दी। कहा कि विधायक जसवंत उर्फ स्वामी यतिश्वरानंद जिन्होंने धोखे से वेदमन्दिर पर कब्जा कर लिया,इसका कार्य आर्य समाज की सम्पत्त्यिों पर साजिश करके कब्जा करना है। दावा किया इनके खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है,जिसमें वे फरार घोषित है। आरोप लगाया कि रविवार की रैली के लिए लोगों को गुमराह किया गया,जबकि रैली को लक्सर विधायक के अलावा शराब और खनन माफिया द्वारा सर्पोट किया गया। कहा कि जिस वेद मन्दिर पर वे काबिज है,उसका पूर्व में गीता आश्रम नाम था,इन्होंने धोखें से आश्रम पर कब्जा करके आश्रम परमाध्यक्ष स्वामी ओमानंद को गाायब कर दिया,स्वामी ओमानंद का आज तक पता नही चल पाया। उन्होने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की। हलांकि यह स्वीकार किया अन्तरंग सभा में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक उपमंत्री बने हुये है,लेकिन यह भी कहा कि नगर विकास मंत्री द्वारा इस मामले में किसी प्रकार का सहयोग नही किया जा रहा है। वार्ता के दौरान क्षेत्रपाल सिंह चैहान,राकेश चैहान,अनिल गोयल,राकेश तथा यशपाल सिंह सैनी भी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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