हरिद्वार। हरिद्वार नगर निगम की मेयर ने निगम के नए क्षेत्रों में सीवर लाइन डालने के लिए जल संस्थान अनुरक्षण इकाई के परियोजना प्रबंधक को पत्र लिखा। इसके साथ ही नगर आयुक्त को पत्र लिख भगवतीपुरम कॉलोनी में नालियों के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी कहा। नए क्षेत्रों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर मेयर अनिता शर्मा ने सोमवार को अधिकारियों को पत्र लिखा। जलसंस्थान अनुरक्षण इकाई के परियोजना प्रबंधक को लिखे पत्र में मेयर ने बताया कि नए क्षेत्रों में सीवर लाइन न होने के चलते स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि शहरी क्षेत्र से जुड़े हुए इन क्षेत्रों को एक साल से अधिक समय बीत चुका है। मेयर ने कहा जगजीतपुर, गुरुकुल कांगड़ी, सीतापुर, राजा गार्डन, शिवपुरी, हनुमंतपुरम, विष्णुलोक, अहबाबनगर में सीवर लाइन की नितांत आवश्यकता है। मेयर ने कहा इन क्षेत्रों के लिए सीवर लाइन योजना के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। अगर पूर्व में प्रस्ताव भेजा गया तो इससे भी अवगत कराया जाए। वहीं मेयर ने नगर आयुक्त को भगवतीपुरम में जलभराव की समस्या को देखते हुए नालियों के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। वहीं नालियों के निर्माण तक पानी की निकासी के लिए अस्थाई व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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