हरिद्वार। कोविड19 यानि कोरोना ने एसएसपी कार्यालय में भी दस्तक दे दी है। तमाम सुरक्षा उपायों को अपनाने के बावजूद पुलिस कप्तान के पेशकार समेत तीन पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमण की बात सामने आने के बाद एसएसपी ने अपने आप को क्वारंटाइन करते हुए ऑनलाइन लोगों की शिकायतें सुनना शुरू कर दिया। आगामी चार-पांच दिन एसएसपी ऑनलाइन शिकायतें सुनेंगे। मंगलवार को आई रिपोर्ट में एसएसपी के पेशकार कुंदन सिंह दानू पॉजिटिव पाए गए। उनके साथ-साथ पीआरओ सेल में तैनात हेड कांस्टेबल अक्षय कुमार एवं गोपनीय कार्यालय में तैनात कांस्टेबल राजवीर सिंह के भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बुधवार को एसएसपी कार्यालय को सेनेटाइज कराया गया। इधर सभी पुलिसकर्मियों को होम आइसोलेट करने के बाद फैसिलिटी आइसोलेट करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एसएसपी कार्यालय में तैनात कई पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। एसएसपी ने अपने आप को क्वारंटाइन करते हुए ऑनलाइन शिकायतें सुनना शुरू कर दिया है। एसएसपी अपने आवास में लोगों से ऑनलाइन वार्तालाप कर रहे हैं। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्ण राज ने बताया कि आगामी चार पांच दिन इसी तरह ऑनलाइन शिकायतें सुनी जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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