हरिद्वार। जनपद में कोरोना संक्रमण की रफ्रतार थमने का नाम नही ले रही है। जनपद में संक्रमितों का आॅकड़ा चार हजार पहुचने वाला है। पिछले कुछ दिनों से जांच के दौरान बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित सामने आ रहे है। बुधवार को जनपद में 122 नये मरीज की पहचान की गयी,जबकि 46को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। इसके अलावा अभी भी तीन हजार से अधिक जांच रिर्पोट का इंतजार है। कंटेनमेंट जाने की संख्या बढ़कर 298 हो गयी है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार बुधवार को जनपद में 122नये कोविड19 मरीजों की पहचान की गयी। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3958 हो गयी है। जनपद के विभिन्न कोविड केयर केन्द्रों में 387 मरीजों को भर्ती किया गया है। बुधवार को 1047 लोगों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गये। अभी भी 3068 सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 298 हो गयी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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