हरिद्वार। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमण्डल के जिला उपाध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने राज्य एवं केंद्र सरकार से कोरोना काल में आर्थिक मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को राहत पैकेज देने की मांग की है। नीरज सिंघल ने कहा कि हरिद्वार के व्यापारियों का कामकाज यात्रियों पर निर्भर है। कोरोना काल के चलते बाहरी राज्यों से यात्री धर्मनगरी में नहीं आ रहे हैं। कोरोना काल में ट्रेनों व बसों की आवाजाही कई महीने से बंद है। कई महीने लाॅकडाउन चला जिसमें व्यापारियों व आम जनमानस ने केंद्र राज्य सरकारों की गाईड लाईन का पूरा पालन किया। व्यापारी अपने रोजगार से पूरी तरह से टूट चुका है। ऐसे में व्यापारी बिजली के बिल, बच्चों की फीस, हाऊस टैक्स, बैकों का ब्याज व लोन की किस्तें किस प्रकार चुका सकता है। व्यापार पूरी तरह से चोपट हो चुका है। राज्य व केंद्र सरकार को व्यापारियों के हितों में फैसला लेते हुए बड़े आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने व्यापारियों के हितों में राज्य व केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता दिए जाने की अपील करते हुए कहा कि कांवड़ मेला स्थगित होने से व्यापारियों का अस्सी फीसदी व्यापार नहीं हो पाया है। साथ ही कुंभ मेले को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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