हरिद्वार। कोरोना के चलते रोजगार नहीं चल पाने से आर्थिक संकट का सामना कर रहे ट्रैवल व्यवसायियों ने सरकार पर मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए अर्द्धनग्न होकर शिवमूर्ति चैक से ललतारौ पुल तक जुलूस निकाला और भीख मांगकर प्रदर्शन किया। इस दौरान गिरीश भाटिया व अभिषेक अहलूवालिया ने कहा कि लाॅकडाउन के चलते चारधाम यात्रा चैपट होने से पर्यटन व्यवसायियों को भारी आर्थक दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बार बार मांग करने के बावजूद सरकार पर्यटन व्यवसायियों की कोई मदद नहीं कर रही है। राज्य के बार्डर सील हैं। रेल व बसों का संचालन पूरी ठप्प है। ऐसी स्थिति में कारोबार नहीं चलने से पर्यटन कारोबारी परिवार का खर्च तक नहीं चला पा रहे हैं। बैंकों से लिए गए ऋण की किश्तें चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। किश्तें नहीं दे पाने पर ऋण देने वाली संस्थाओं द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जिससे सभी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। विभाष मिश्रा व इकबाल सिंह ने कहा कि पर्यटन कारोबारी बेहद खराब स्थिति का सामना कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा की गयी भारी भरकम घोषणओं का कोई लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। कारोबारियों की मदद करने के बजाए सरकार अपार संपत्ति के मालिक अखाड़ों को एक एक करोड़ रूपए दे रही हैं। मुख्यमंत्री गैरसैंण में प्लाट खरीदने की सूचना जारी कर रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के चलते व्यापारी सड़क पर आ गए हैं। ट्रैवल्स व्यवसायियों का कारोबार यात्रियों पर निर्भर है। लेकिन यात्रियों के उत्तराखण्ड नहीं पहुंच पाने के कारण व्यापार पूरी तरह ठप्प है। सरकार किसी प्रकार की राहत देने को तैयार नहीं है। प्रदर्शन करने वालों में बीएस नेगी, राजीव चैधरी, चंद्रकांत शर्मा, नाथीराम सैनी, संतोष ग्रोवर, बलवीर सिंह नेगी, संजय शर्मा, हरीश, नितिन, प्रदीप भाटिया, गुलशन कुमार, विजय, निर्मल सिंह, अवतार सिंह आदि सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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