हरिद्वार। आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकारी क्षेत्र के निजीकरण पर रोक, एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यकों को निजी क्षेत्र में आरक्षण आदि मांगों को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से राष्ट्रपति का पांच सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में सरकारी संस्थाओं, उपक्रमों विभागों के निजीकरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों को निजी क्षेत्र में आरक्षण देने, नियुक्तियों में लैटरल इंट्री, आउटसोर्सिंग, संविदा पर नियुक्ति की नीति को बंद करने, सफाई कर्मचारियों को अस्थायी नियुक्ति के बजाए स्थायी नियुक्ति देने, तीनों किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग की गयी है। इस दौरान रजनीश कुमार व राशिद अली ने कहा कि कल्याणकारी राज्य की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए भारतीय संविधान में सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए गए हैं। सदियों स सामाजिक बहिष्कार एवं शोषण के शिकार रहे वंचित समुदाय के लोगों को राष्ट्र के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है। लेकिन संविधान लागू होने के इतने वर्षो बाद भी किसी भी विभाग में निर्धारित आरक्षण को आज तक पूरा नहीं किया गया। केंद्र सरकार कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के विपरीत जातिवादी एवं पूंजीवादी व्यवस्था को देश पर थोप रही है। रेलवे, बैंक, एलआईसी, ओएनजीसी सहित तमाम विभागों को पंूजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। शासन प्रशासन में अधिकारियों की नियुक्ति लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के बजाए लेटरल इंट्री से की जा रही है। अन्य क्षेत्रों में भी आउटसोर्सिंग व संविदा के आधार नियुक्तियां की जा रही हैं। जो कि शिक्षा व्यवस्था पर सीधा हमला है। पंूजीपतियों के इशारे पर निजीकरण को बढ़ावा देने से सरकार के शिक्षा विरोधी चरित्र को दर्शाता है। हाल ही में संसद से पास किए गए किसान विरोधी बिलों को तत्काल वापस लिया जाए। ज्ञापन देने वालों में पवन कुमार, बिल्लू, आशीष, रोहित, गौरव, दीपक, मेहरबान सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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