हरिद्वार। अखिल भारतीय किसान सभा ने ज्वालापुर स्थित मण्डी में प्रदर्शन कर कृषि बिलों को किसान विरोधी करार देते हुए केंद्र सरकार से वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान किसान सभा के संयोजक आरसी धीमान ने कहा कि केंद्र सरकार बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने किसान हितों की अनदेखी कर रही है। राज्य सभा में बहुमत नहीं होने के बावजूद सरकार ने जिस प्रकार बिलों को पास कराया उससे सरकार की मंशा साफ हो गयी है। नए कृषि कानूनों के चलते देश के किसान एवं मजदूरों की हालत और खराब हो जाएगी। पूरे देश में किसान व किसान संगठन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। संयोजक लालदीन ने कहा कि नए कृषि कानून के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर फसल नहीं खरीदे जाने के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है। सरकारी खरीद केंद्रों को भी समाप्त किया जा रहा है। आवश्यक वस्तु अधिनियम में स्टाॅक लिमिट समाप्त कर दी गयी है। कानून में विवाद होने की स्थिति में न्यायालय जाने का अधिकार भी समाप्त कर दिया गया है। जोकि संविधान में मिले मौलिक अधिकारों का हनन है। नए कृषि कानूनों से किसानों के साथ आम उपभोक्ता को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि कृषि कानून में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी दी जाए। सरकारी खरीद केंद्र पूर्व की भांति जारी रखा जाए तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम को भी जारी रखते हुए खाद्य वस्तुओं की जमाखोरी एवं कालाबाजारी पर रोक लगायी जाए। प्रदर्शन करने वालों में पीडी बलूनी, एमपी जखमोला, इमरत सिंह, आरपी जखमोला, सुरेंद्र कुमार, राजकुमार, बसीम अहमद, खलील अहमद, विनोद कुमार, सोनू कुमार, कमल, देवेंद्र, रोबिन, अमरीश, गौरव धीमान, कय्यूम खान, सतकुमार, दिलदार अब्बासी, डीपी रतूड़ी, डीएस रावत, मनोज कुमार, प्रमोद कुमार, राज आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment