हरिद्वार। जिला वुशु एसोसिएशन हरिद्वार 16-17 अक्टूबर 2021 को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उत्तराखंड 10 वीं राज्य स्तरीय चैंपियनशिप प्रतियोगिता का आयोजन गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम में कर रहा है, यह जानकारी मार्शल आर्ट खेल वुशु की राष्ट्रीय कोच और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और कार्यक्रम की मुख्य संयोजक आरती सैनी ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सभी 13 दिनों से 300 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस चैंपियनशिप में जो प्रतियोगी चुने जाएंगे वे राष्ट्रीय वुशु चैंपियनशिप में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता का उद्घाटन 16 अक्टूबर को मध्यान्ह 3ः00 बजे उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद महाराज करेंगे। अध्यक्षता गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री करेंगे, ,अति विशिष्ट अतिथि के विधायक आदेश चैहान, गुरुकुल विद्यालय के मुख्य अधिष्ठाता पंडित दीनानाथ शर्मा एवं वूशु एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष भूपेंद्र बाजवा होंगे। उन्होंने बताया कि विशिष्ट अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के डीन माननीय प्रोफेसर आरकेएस डागर, जिला क्रीड़ा अधिकारी सुनील डोभाल,एचईसी कॉलेज हरिद्वार के सीएमडी संदीप चैधरी एवं डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा समाजसेवी प्रदीप शर्मा एवं वूशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ सुहेल अहमद होंगे। आरती सैनी ने बताया कि कार्यक्रम का समापन 17 अक्टूबर को शाम 4ः00 बजे होगा जिसमें मुख्य अतिथि भारतीय युवा जनता मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री नेहा जोशी होंगी। अति विशिष्ट अतिथि वूशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र बाजवा होंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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