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मेडिकल कालेजों में आरक्षण खत्म करने के विरोध में ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

  हरिद्वार। बामसेफ के आफसूट संगठन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी विकास पटेल के आवाहन पर नीट परीक्षा में मेडिकल कॉलेजों की सीटों में ओबीसी का आरक्षण समाप्त किए जाने के विरोध में सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक भंवर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने मेडिकल में प्रवेश के लिए 12 सितंबर 2021 को आयोजित होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए नीट परीक्षा में ओबीसी को सेंट्रल कोटे की 15 फीसदी राज्य मेडिकल कॉलेजों की सीटों में ओबीसी का आरक्षण समाप्त कर 52 प्रतिशत जनसंख्या वाले ओबीसी समाज के साथ बहुत बड़ी धोखाधडी की है। भंवर सिंह ने कहा कि स्टेट बोर्ड के अंतर्गत स्थानीय भाषा में पढ़ने वाले छात्रों को डॉक्टर बनने से रोकने के लिए कांग्रेस 2010 में नीट को लाई थी। सभी राज्यों में अलग-अलग क्षेत्रीय भाषा में अलग-अलग राज्यों का सिलेबस पढ़ाया जाता है। जहां पर ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के गरीब घरों के छात्र-छात्रा पढ़ते हैं। जबकि नीट का पाठ्यक्

कारगिल दिवस पर किया वीर जवानों के शौर्य को नमन

  हरिद्वार। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर तहसील परिसर स्थित जिला सैनिक जिला कल्याण कार्यालय में शौर्य दिवस का आयोजन कर कारगिल युद्ध में अतुल्य साहस व शौर्य का परचम लहराने वाले वीर जवानों को नमन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वीर सैनिकों को शत-शत नमन् करते हुये कहा कि आज का दिन प्रत्येक देशवासी के लिए लिये गर्व का दिन है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि ही नहीं, बल्कि वीर भूमि भी है। यह हमारे लिये गर्व का विषय है कि उत्तराखण्ड के लोगों ने हमेशा सेना में बढ़-चढ़कर योगदान दिया है। ऐसे वीर सपूतों का योगदान हमेशा याद रखा जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने सभी से देश की रक्षा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल आरएल थापा ने भी वीर सैनिकों के योगदान की चर्चा की। इस मौके पर सहायक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन डीएस गुसाईं सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे। 

श्रावण में भोले शंकर की पूजा, शिव स्तुति, मंत्र जाप का खास महत्व-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

  हरिद्वार। मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि शास्त्रों में श्रावण का महीना भगवान शिव का प्रिय माह हैं। उन्होंने बताया कि इस बार श्रावण मे 4 सोमवार पड रहे है। पुराणों के अनुसार श्रावण में भोले शंकर की पूजा, अभिषेक, शिव स्तुति, मंत्र जाप का खास महत्व है। खासकर सोमवार के दिन महादेव की आराधना से शिव और शक्ति दोनों प्रसन्न होते हैं। वहीं इनकी कृपा से दैविक, दैहिक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा इन्हीं के आशीर्वाद से निर्धन को धन और निःसंतान को संतान की प्राप्ति होती है। कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि श्रावण मास में प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व है। सामान्यतः सावन में चार सोमवार होते हैं, लेकिन कभी कभी पांच सोमवार भी आते हैं। सभी सोमवार की पूजा के लिए मंत्र अलग-अलग हैं। मान्यता है कि नियमपूर्वक पूजा करने से भगवान शंकर की कृपा हमेशा भक्तों पर बनी रहती है। ऐसे में इस बार भी श्रावण में चार सोमवार ही पड़ रहे हैं। श्रावण के पहले सोमवार को महामायाधारी भगवान शिव की आरा

राज्य के लिए लंबा संघर्ष किया गया परन्तु आज भी पहाड़ विकास से दूर हैःजुगरान

  हरिद्वार। उत्तराखण्ड आंदोलनकारी एवं पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री रविन्द्र जुगरान ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के लिए लंबा संघर्ष किया गया। राज्य बना परन्तु यह आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य नहीं बन सका है। हमने संघर्ष किया है तथा यहां की जनता, युवा एवं अन्य लोगों के लिए संघर्ष करते रहेंगे। श्री जुगरान राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन हरिद्वार के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। प्रेस क्लब सभागार में एसोसिएशन के वार्षिकोत्सव समारोह में विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों के प्रशिक्षण संबंधी समस्या के निस्तारण में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान का अभिनन्दन किया गया तथा ब्लॉक स्तर पर उम्दा काम करने वाली कार्यकारिणी को भी स्मृति चिह्न आदि देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करने हुए पूर्व दर्जाधारी रविंद्र जुगरान ने कहा कि यह अत्यन्त खेद का विषय था कि 16 हजार 500 शिक्षक जो पूर्ण वेतन प्राप्त कर रहे थे सरकार की हिलाहवाली के कारण उनके सामने नौकरी गंवाने का संकट आन पड़ा था। शिक्षकों के लिए संघर्ष किया गया तथा उसका सकारात्मक परिणाम सामने आया। श

ब्राह्मणों को नेता की नहीं, नीति की जरूरत है - पं.जुगलकिशोर तिवारी

  हरिद्वार। आज ब्राह्मणों को नेता की नहीं,बल्कि नीति की जरूरत है। क्योंकि जिन्हें हम चुनकर भेजते हैं,वह पार्टी का पिछलग्गू बन कर रह जाता है। ब्राह्मण समाज का हित उसके लिए गौण होकर रह जाते हैं। इसीलिए आज हमें नीति की जरूरत है। उक्त विचार अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद, उत्तराखंड इकाई द्वारा आयोजित “विप्र गौष्ठी” में मुख्य वक्ता के रूप में परिषद के संरक्षक पंडित जुगलकिशोर तिवारी ने रखते हुए कहा कि आज हमें पिछलग्गू बनने की प्रवृति छोड़नी होगी, क्योंकि पिछलगू का समाज व राजनीति में कोई महत्व नही होता। आज सभी राजनीतिक दल व जातियां ब्राह्मणों के वजूद को मिटाने में तुले हुए हैं। किसी भी दल में ब्राह्मण के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने कल्पना भूल जाइए। जब तक ब्राह्मणों का अपना झंडा व डंडा नही होगा, तब तक कुछ भला होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें मजबूत वोट बैंक के रुप में स्थापित होना ही होगा। यदि हमें अपना वजूद कायम रखना है तो एकता कायम करनी होगी। आज हर कोई ब्राह्मणों को अपमानित करने पर तुला हुआ है। इसके लिए हमें दो सेक्टर मीडिया व वकालत के पेशे में सक्रिय होना ही होगा। श्री तिवारी ने ब्र

मांगो को लेकर कर्मचारियों ने कार्यबहिष्कार कर किया पूरे प्रदेश में किया धरना प्रदर्शन

  हरिद्वार। कमल मिश्रा-चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड की ओर से पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत तीसरे चरण में कर्मचारियों ने चिकित्सालयों,कार्यालयों में उपस्थित लगाकर दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, दीपक धवन प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार ने कहा कि 14 जुलाई से कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। इस बीच मंत्री,विधायक को पूरे प्रदेश में ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया, किन्तु आज तक किसी ने भी वार्ता के लिए नही बुलाया और नही कोई ठोस कार्यवाही की गई, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण सिंह उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह जिला मंत्री राकेश भँवर वरिष्ठ सलाहकार अर्जुन सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के कोविड महामारी में कार्य करने का इनाम मिला है कि अपनी मांगों के लिये आंदोलन करना पड़ रहा है कोई इस संवर्ग की सुनने वाला नहीं है। मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि कर्मियों की पीड़ा पर ध्यान दें जिससे कर्मचारी अपने कार्य को पूर्ण मनोयोग से कर सके। कार्य बहिष्कार करने वालों में जिला, मेल

फर्जी दस्तावेज के जरिये संस्था पर कब्जा करने के आरोपी की जमानत खारिज

 हरिद्वार। श्रीभगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय पर आपस में षड्यंत्र रच कर तैयार कराए फर्जी दस्तावेज के आधार पर संस्था पर कब्जा करने का प्रयास करने के आरोपी प्रभारी प्राचार्य की जमानत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकेश चंद्र आर्य ने खारिज कर दी है।   उत्तराखंड संस्कृत विवि के पूर्व कुलपति सहित छह शिक्षाविदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं। अधिवक्ता कुलवंत सिंह चैहान ने बताया कि प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के स्वामी रुपेंद्र प्रकाश ने कोतवाली ज्वालापुर में 14 जून 2019 में एक मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें बताया था कि 17 नवंबर 1965 को संस्कृत, साहित्य की विभिन्न शाखाओं की शिक्षा देने, सामाजिक सेवा व धर्म प्रचार और अन्य गतिविधियों के लिए श्री भगवानदास संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की गई थी। स्थापना के समय प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के स्वामी  गुरुचरण दास, गोविन्द प्रकाश, स्वामी हंस प्रकाश, लाला भगवानदास कत्याल, हरेन्द्र कुमार कत्याल, नरसिंह दास सोन्धी व फूल स्याल को पदाधिकारी व सदस्य मनोनीत किया गया था। प्रबंधक कार्यकारिणी वर्ष 1965 से लेकर 1985 तक सुचारु रुप से कार्य करते हुए संचालन करती रही। आरोप है कि