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कांवड़ मेला की व्यवस्थाओं का एसपी सिटी ने किया निरीक्षण

  हरिद्वार। महाशिवरात्रि की कांवड़ यात्रा को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कांवड़ मेला की जिम्मेदारी एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को सौंपी। जिसके बाद उन्होंने बुधवार को कांवड़ मेला क्षेत्र के साथ ही हरकी पैड़ी से लेकर चिड़ियापुर तक का निरीक्षण कर व्यवस्था परखी। साथ ही नगर कोतवाली और श्यामपुर थाने को फोर्स उपलब्ध कराई गई। बुधवार को एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने हरकी पैड़ी से लेकर मेला क्षेत्र और हरिद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग का चिड़ियापुर तक निरीक्षण किया। एसपी सिटी ने दुकानदारों और कांवड़ियों से पुलिस प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। इसके अलावा कांवड़ मेले के लिए नगर कोतवाली में दो इंस्पेक्टर, पांच एसआई, चार महिला एसआई, 20 एचसीपी व हेडकांस्टेबल, 40 कांस्टेबल, 15 महिला कांस्टेबल व एटीआई की तैनाती की गई है। जबकि श्यामपुर थाने में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पांच एसआई, 14 हेड कांस्टेबल, 50 कांस्टेबल, 30 महिला कांस्टेबल और पीएसी की दो प्लाटून तैनात की गई। एसपी सिटी एसके सिंह ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए फोर्स उपलब्ध करा दी गई है।

नशामुक्त,संस्कारयुक्त उत्तराखण्ड के लिए लोगों को किया जागरूक

 हरिद्वार। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज भेल सेक्टर दो की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के वात्सल्य वाटिका में चल रहे विशेष शिविर के तीसरे दिन छात्र छात्राओं ने नशा मुक्त उत्तराखंड, संस्कार युक्त उत्तराखंड के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए संकल्प दिलाया। रैली निकालकर भी लोगों को जागरूक किया। बुधवार को स्वयंसेवियों ने गावों में जाकर ग्रामवासियों को नशा मुक्त के लिए संकल्प पत्र भरवाए और शपथ दिलाई। अमृता गुप्ता, कार्यक्रम अधिकारी भानु प्रताप सिंह चैहान, सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनीष कुमार ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप जलाकर छात्र-छात्राओं को नशा न करने की शपथ दिलाई। समाज में नशा न करने की पहल के लिए जोर-शोर से कार्य करने की अपील की। छत्रपति शिवाजी ग्रुप के ग्रुप लीडर प्रवीण सिंह कुंजवाल ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए विचार प्रस्तुत किए। बौद्धिक सत्र में आचार्य जयपाल सिंह, आचार्य देवेश पाराशर उपस्थिति रहे। इस दौरान आचार्य प्रवीण कुमार, तारादत्त जोशी, रजत सिंह, मंगल राम, हेमा जोशी,ऋतु चैहान,साक्षी तिवारी, सत्यम, विपिन, शिवी, आयुषी, बादल आदि उपस्थित रहे।

विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के दूसरे दिन विज्ञान के जटिल रहस्यों को समझाया

 हरिद्वार। विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के दूसरे दिन गुरुकुल कांगड़ी विवि में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त देवेन्द्र मेवाड़ी ने छात्रों को विज्ञान के जटिल रहस्यों को समझाया। छात्र-छात्राओं ने उनकी विज्ञान कथा कहने की अनूठी शैली का आनंद लिया। देश के जाने माने विज्ञान लेखक देवेन्द्र मेवाड़ी ने अपनी दिलचस्प शैली से भारत में विज्ञान की यात्रा को प्रस्तुत किया। उन्होंने कथा प्रसंगों के माध्यम से आर्य भट्ट, वराहमिहिर, ब्रह्मगुप्त आदि के खगोल और वास्तु से संबंधित खोजों को सरलतम भाषा में कहानी के माध्यम समझाया। कहा कि विज्ञान को जटिल समझ भययुक्त होने की आवश्यकता नहीं बल्कि विज्ञान को साहित्य के साथ जोड़कर सरल कर समझा जा सकता है। कहा कि विज्ञान हमें दशा और दिशा प्रदान करता है। विज्ञान शिक्षा को अधिक रोचक बनाए जाने की आवश्यकता है। इस विशेष व्याख्यान में शहर के प्रमुख विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें। संवाद सत्र की अध्यक्षता प्रो. सोमदेव शतांशु ने की था। कार्यक्रम का संचालन डॉ. हिमांशु पंडित एवं डॉ. विनोद नौटियाल ने संयुक्त रूप से किया।

सिन्धी संस्कृति,भाषा को बचाने के लिए जल्द शुरू होगी देशव्यापी अभियान-ओम प्रकाश

हर राज्य में सिन्धी साहित्य अकादमी का गठन करने की मांग   हरिद्वार। सिन्धी समाज की खत्म हो रही संस्कृति एवं राजनीतिक तौर पर मजबूत पहचान के लिए देशव्यापी प्रयास किया जायेगा। इस सम्बन्ध में जल्दी ही समाज से जुड़े लोग विभिन्न राज्यों का दौरा कर वहां पर सिन्धी अकादमी के गठन की मांग करेगा। प्रशासनिक क्षेत्र में भी सिंधी समाज के रूतबे को बढ़ाने एवं सिन्धी समाज के महापुरूषों के जीवनगाथा से नयी पीढ़ी को रू-ब-रू कराने के लिए के लिए भी प्रयास किये जायेंगे। बुधवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उत्तर प्रदेश सिन्धी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सिन्धी युवा समाज ने सिन्धी भाषा, साहित्य व संस्कृति को बचाने के लिए उत्तराखण्ड में सिन्धी साहित्य अकादमी का गठन करने की मांग विभिन्न राज्य सरकारों से की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व गुजरात में सिन्धी अकादमी का गठन किया गया है। उत्तराखण्ड में नई सरकार का गठन होने के बाद संगठन का प्रतिनिधिमण्डल सरकार व राज्यपाल से मिलकर सिन्धी साहित्य अकादमी के गठन की मांग

ट्रैफिक पुलिस एवं सीपीयू ने किए 142 चालान,वसूले 65,700 रूपए जुर्माना

  हरिद्वार। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत यातायात पुलिस एवं सीपीयू ने बिना हेलमेट वाहन चलाने, दोपहिया वाहन पर पिछली सवारी के हेलमेट नहीं लगाने, दोषपूर्ण नंबर प्लेट, सीट बेल्ट नहीं लगाने, वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का प्रयोग करने आदि मामलों में चालान की कार्रवाई करते हुए 65700 रूपए जुर्माने के रूप में वसूल किए हैं। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 फरवरी को सीओ ट्रैफिक राकेश रावत के नेतृत्व में हरिद्वार व रूड़की में यातायात पुलिस एवं सीपीयू द्वारा चलाए गए अभियान के तहत यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने 142 चालान किए। जिसमें हेलमेट नहीं पहनने पर 52,गलत नंबर प्लेट लगाने पर 42, सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 39 तथा वाहन चलाते हुए समय मोबाईल फोन का प्रयोग करने पर 8 तथा ड्रंकन ड्राइव पर एक व्यक्ति का चालान किया गया। इसके अलावा 61 ड्राइविंग लाइसेंस 3 माह के लिए निलंबित किए जाने के लिए आरटीओ को प्रेषित किए गए। 

संत शिरोमणी रविदास महाराज की शिक्षाएं प्रत्येक काल में प्रासंगिक रहेंगी-सतपाल ब्रह्मचारी

 हरिद्वार।भगवान रविदास जन्मोत्सव समिति के तत्वाधान में रविदास जयंती धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। इस दौरान शोभायात्रा, हवन पूजन व प्रसाद वितरण आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सप्ताह भर चले कार्यक्रमों के दौरान समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने श्रद्धालु भक्तों को संत रविदास के जीवन दर्शन व उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर आदर्श समाज बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में सम्मिलित हुए कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि संत शिरोमणी रविदास महाराज की शिक्षाएं प्रत्येक काल में प्रासंगिक रहेंगी। समाज को निष्काम भक्ति का संदेश देने के साथ तत्कालीन समाज में व्याप्त जाति व भेदभाव आधारित व्यवस्था का विरोध करने वाले संत शिरोमणी रविदास आदर्श महापुरूष थे। सभी को उनकी शिक्षाओं व आदर्शो से पे्ररणा लेनी चाहिए। भगवान रविदास जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार एवं महामंत्री नारायण कुमार ने कहा कि समिति के तत्वाधान में प्रतिवर्ष धूमधाम से संत शिरोमणी रविदास जयंती का आयोजन किया जाता है। एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रमों में आसपास के ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल

सौभाग्य से प्राप्त होता है श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का अवसर-स्वामी हरिचेतनानंद

 हरिद्वार। श्री हनुमान सत्संग धाम श्री हरि अवतार दर्शन पीठ ग्वालियर मध्य प्रदेश के तत्वाधान में भारतमाता पुरम स्थित एकादश रूद्र पीठ आश्रम में आयोजित श्रीमद्भावगत कथा के विश्राम अवसर पर संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि जिस स्थान पर श्रीमद्भावगत कथा व संत सम्मेलन का आयोजन हो जाता है। वह स्थान सदैव के लिए पूज्यनीय हो जाता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भावगत कथा श्रवण का अवसर बेहद सौभाग्य से प्राप्त होता है। श्रद्धालु भक्तों को कथा श्रवण का अवसर प्रदान करने के लिए महामण्डलेश्वर राजगुरू स्वामी संतोषानंद महाराज बधाई के पात्र हैं। स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। संतों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण व मनन करने से जीवन के सभी संताप दूर हो जाते हैं। बाबा बलराम दास हठयोगी ने कहा कि श्रीमद्भावगत कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। संतों ने समाज को सदैव धार्मिक मान मर्यादाओं का पालन करते हुए आदर्श समाज बनाने