हरिद्वार। जिला प्रशासन ने सीएए तथा एनआरसी कानून को लेकर जारी विरोध,समर्थन को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी है। इसके साथ ही धारा 144 के मददे्नजर पुलिस प्रशासन ने भी लोगों से धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए कठोरता से पालन कराने के निर्देश दिए है। नगर मजिस्टेªट जगदीश लाल ने इस सम्बन्ध में बताया है कि देश में साम्प्रदायिक संवेदनशीलता की सम्भावना तथा एनआरसी व सीएए के विरोध में कई समूहों द्वारा प्रतिभाग किया जाना सम्भावित है। स्थानीय अभिसूचना इकाई के द्वारा समय-समय पर शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति उत्पन्न होने की सम्भावना की सूचना दी गई है। निकटवर्ती राज्यों व देश के अन्य स्थनों पर प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने की स्थिति संज्ञान में आई है। जिसमें जान-माल का भारी नुकसान होने एवं सरकारी सम्पत्ति को हानि पहुंचाये जाने की सूचना प्राप्त हुई है। स्थानीय अभिसूचना इकाई द्वारा सामूहिक विरोध-प्रदार्शन इत्यादि से आम जन-जीवन एवं कानून व्यवस्था प्रभावित होने की सम्भावना हो सकती है। स्थितियों पर सम्य्क विचारोपरान्त विधि एवं व्यवस्था तथा शांति एवं सुरक्षा बनाये रखने के लिए तत्काल प्रभाव से जनपद हरिद्वार के नगरीय क्षेत्र की सीमा के अन्तर्गत शांति एवं सुरक्षा तथा विधि एवं व्यवस्था बनाये रखने हेतु धारा 144 लागू कर दी गयी है। धारा 144 शनिवार की शाम पांच बजे से लगाई गई, जो रविवार की शाम पांच बजे तक रहेगी। जारी आदेश के तहत संपूर्ण जिले के किसी भी लोक स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों का एक स्थान पर एकत्र होना जिले में कोई भी सभा, धरना, जुलूस, रैली, आंदोलन, नुक्कड़ आदि ध्वनि विस्तारक यंत्र, लाउड स्पीकर, डीजे आदि पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसी प्रकार समस्त पटाखा एवं विस्फोटकों की दुकानों को तत्काल प्रभाव से सील करने के निर्देश दिए गए हैं। व्यक्तिगत और व्यावसायिक विक्रय एवं पटाखे चलाना भी प्रतिबंधित रहेगा। अस्त्र शस्त्र, रायफल, बंदूक, पिस्तौल, धारदार हथियार लेकर चलने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। पुलिस फोर्स इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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