त्याग तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति थे ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी-प्रेमचंद्र अग्रवाल हरिद्वार। भारत माता मंदिर के संस्थापक ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज की पांचवी पुण्यतिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। भारत माता जनहित ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी त्याग,तपस्या और सेवा की साक्षात की प्रतिमूर्ति थे। भारतीय धर्म संस्कृति की पताका को पूरे विश्व में फहराने में उनका अतुलनीय योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। उनकी कृपा और आशीर्वाद से ही वे आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि गुरू परमात्मा का ही स्वरूप हैं। पूज्...
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