हरिद्वार। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र की घोषणा से जनपद हरिद्वार के लोग निराश हैं। जिस प्रकार ज्वालापुर, शिवालिक नगर, लक्सर, खानपुर, रुड़की, झबरेड़ा, नारसन, भगवानपुर आदि क्षेत्रों को कुंभ मेला क्षेत्र से बाहर रखा गया है यह हरिद्वार के लोगों के साथ धोखा और अन्याय है। हरिद्वार जनपद का प्रत्येक निवासी कुंभ से प्रभावित होता है। सारे मार्गों का प्रयोग तीर्थ यात्रियों के लिए होता है। आने वाले सगे संबंधी घरो पर ठहरते हैं। जनपद का प्रत्येक निवासी किसी न किसी रूप में कुंभ में भागीदारी करता है। ऐसी स्थिति में पूरे जनपद को कुंभ क्षेत्र में शामिल किया जाना चाहिए था। उत्तराखंड सरकार ने यह साबित कर दिया है कि सरकार और अफसरशाही कुंभ मेला आयोजन के लिए अक्षम और दिशाहीन हैं। नए मुख्यमंत्री घोषणा करते हैं कि कोविड जांच की कोई आवश्यकता यात्रियों के लिए नहीं है। मुख्य सचिव कहते हैं कि 72 घंटे पहले की जांच रिपोर्ट दिखानी होगी। कुंभ कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार को केंद्रीय मंत्री तक कह चुके हैं। सुरक्षित भव्य और दिव्य कुंभ कराने के दावों की पोल उस समय खुल गई जब कल बैरागी कैंप और बजरी वाला में आग लगने के डेढ़ घंटे के बाद फायर ब्रिगेड पहुंची। जबकि विगत कुंभ के अवसरों पर फायर स्टेशन इस क्षेत्र में बनते रहे हैं। महिलाएं बच्चे आग बुझाने के कार्य में व्यस्त रहे। कई बेटियों के विवाह के लिए जोड़ा गया सामान जलकर खाक हो गया। यह स्थिति अत्यंत दुखद निंदनीय और लापरवाही का सबूत है। इसे यह भी सिद्ध हो गया मात्र मुख्यमंत्री बदलने से व्यवस्थाएं नहीं बदलती।
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