हरिद्वार। भारतीय हिंदूवाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन कौशिक ने भगवानपुर क्षेत्र के जलालपुर गांव में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव एवं आगजनी की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहां कि हिंदूओं के धार्मिक कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले धर्मविरोधी व्यक्तियों की तत्काल गिरफ्तारी कर उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड एवं धर्मनगरी हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में भगवान हनुमान के जन्मोत्सव की शोभायात्रा में धर्मविरोधी तत्वों द्वारा दुस्साहस पूर्ण तरीके से पथराव एवं आगजनी की घटना को अंजाम देकर उपद्रव फैलाने का कार्य किया गया है। यह अक्षम्य है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा में विवाद उत्पन्न करने वाले शरारती तत्वों को चिन्हित कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी कर उन पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर दंड दिया जाना चाहिए। ताकि भविष्य में कोई भी हिंदुओं के धार्मिक कार्य में बाधा डालने का दुस्साहस न कर सके। उन्होंने कहा कि हमारे धार्मिक कार्यों में जो धर्मविरोधी ताकते विध्न डालने कि कुचेष्टा करेंगी उन्हें भारतीय हिंदूवाहिनी मुंहतोड़ जवाब देने का कार्य करेगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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