हरिद्वार। एसएमजेएन कॉलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बी.ए.,बीकॉम,बीएससी प्रथम सेमेस्टर सत्र 2022-23 में प्रवेश हेतु इच्छुक अभ्यर्थियों की मैरिट सूची जारी कर दी गयी है। जिसे महाविद्यालय की वेबसाईट अथवा महाविद्यालय के नोटिस बोर्ड पर देखा जा सकता हैै।मुख्य प्रवेश समन्वयक डा.संजय माहेश्वरी ने बताया कि बीए, बीकाम, बीएससी में प्रवेश हेतु सामान्य,एससी,एसटी, अन्य पिछड़ा वर्ग जाति के अभ्यर्थियों की मैरिट सूची को कालेज के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। प्रवेश प्रक्रिया 20,22 एवं 24 अगस्त को सम्पन्न की जायेगी। समस्त प्रवेशार्थी सावधनीपूर्वक मैरिट सूची में अपना नाम देख लें तथा मैरिट सूची में अंकित निर्धरित तिथि एवं समयानुसार अपने माता पिता तथा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मूल अंकतालिका, प्रवेश फार्म की हार्ड कापी,मूल टीसी व चरित्र प्रमाण पत्र, एंटी रैंगिंग शपथ पत्र,पासपोर्ट साईज फोटो,जाति प्रमाण-पत्र, पुलिस वैरिफिकेशन सर्टिफिकेट जो कि केवल अन्य प्रदेशों से इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्रों हेतु अनिवार्य है तथा अन्य मूल प्रमाण-पत्रों के साथ सम्बन्धित प्रवेश समिति के समक्ष उपस्थित होकर अपना प्रवेश सुनिश्चित करें। प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि महाविद्यालय में बी.ए.,बी.कॉम. तथा बी.एससी. प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने के प्रवेशार्थी निर्धारित तिथि तक अपना प्रवेश शुल्क जमा करा दें। निर्धारित तिथि तक प्रवेश शुल्क जमा नही होने पर प्रवेश निरस्त समझा जायेगा। निर्धारित तिथि के पश्चात प्रवेश शुल्क जमा नहीं होगा। किसी कठिनाई की स्थिति में तुरन्त कॉलेज कार्यालय में सम्पर्क करें।मुख्य अनुशासन अधिकारी डॉ.मनमोहन गुप्ता ने कहा कि महाविद्यालय में एंटी रैंगिंग सैल का गठन किया गया है। उन्होंने सभी प्रवेशार्थियों से अनुशासन में रहने का आह्वान किया तथा कालेज के दिशा निर्देश पालन करने के लिए कहा। डा.गुप्ता ने कहा कि अपनी फीस स्वयं ही डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई के माध्यम से जमा करायें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment