हरिद्वार। हरियाली तीज पर्व के अवसर पर शिवलोक कॉलोनी मे महिलाओं ने सज धज कर हरे परिधान पहन कर तीज महोत्सव मनाया। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को तीज का महत्व समझाते हुए मुख्य अथिति श्रीमती अंजू द्विवेदी ने कहा कि पति की दीर्घायु के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। और सावन के महीने में झूला झूलने की परंपरा चली आ रही है। इसी के साथ महिलाए ढोल की थाप पर सावन के गीत विशेष कर मल्हार,कजरी और लोकनृत्य प्रस्तुत कर भारतीय संस्कृति को कायम रखने का काम किया। हरियाली शब्द का अभिप्राय प्रकृति से जुड़ा है। सावन मे वर्षा होती है इस लिए सभी जगह पेड़ पौधे लहलाह उठते है। श्रीमती इंदु लखानी ने इस अवसर पर तरह तरह के खेल और शिक्षा प्रद कार्यक्रम प्रस्तुत कर मनोरंजन किया। महिलाओं ने हरे परिधान के साथ श्रंगार कर आपस मे हास्य व्यंग करते हुए चाट पकौड़ी का लुत्फ उठाया। इस अवसर पर श्रीमती बिंदियां शर्मा,मधु शर्मा,रीना,लक्ष्मी,सविता,सीमा,माया विभा त्यागी,नीलू पंवार,उर्मिला, शशी, सुरभि,शालनी मेहता आदि शामिल रही।
हरिद्वार। हरियाली तीज पर्व के अवसर पर शिवलोक कॉलोनी मे महिलाओं ने सज धज कर हरे परिधान पहन कर तीज महोत्सव मनाया। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को तीज का महत्व समझाते हुए मुख्य अथिति श्रीमती अंजू द्विवेदी ने कहा कि पति की दीर्घायु के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। और सावन के महीने में झूला झूलने की परंपरा चली आ रही है। इसी के साथ महिलाए ढोल की थाप पर सावन के गीत विशेष कर मल्हार,कजरी और लोकनृत्य प्रस्तुत कर भारतीय संस्कृति को कायम रखने का काम किया। हरियाली शब्द का अभिप्राय प्रकृति से जुड़ा है। सावन मे वर्षा होती है इस लिए सभी जगह पेड़ पौधे लहलाह उठते है। श्रीमती इंदु लखानी ने इस अवसर पर तरह तरह के खेल और शिक्षा प्रद कार्यक्रम प्रस्तुत कर मनोरंजन किया। महिलाओं ने हरे परिधान के साथ श्रंगार कर आपस मे हास्य व्यंग करते हुए चाट पकौड़ी का लुत्फ उठाया। इस अवसर पर श्रीमती बिंदियां शर्मा,मधु शर्मा,रीना,लक्ष्मी,सविता,सीमा,माया विभा त्यागी,नीलू पंवार,उर्मिला, शशी, सुरभि,शालनी मेहता आदि शामिल रही।
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